अमरीकी नायब सदर(उप राष्ट्रपति) बाईडन कल यहाँ चार रोज़ा दौरे पर पहूंचे। किसी अमरीकी नायब सदर की जानिब से हिंदुस्तान को तीन दहों में यह अव्वलीन सरकारी दौरा है, जिसका मक़सद कलीदी शोबों जैसे तिजारत , तवानाई, दिफ़ा और सलामती में बाहमी ताल्लुक़ात को फ़रोग़ देना है।
अमरीकी नायब सदर आला हिंदुस्तानी क़ियादत सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी और वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से आज मुलाक़ातें करने के बाद रात में मुंबई के लिए परवाज़ करेंगे।
बाईडन जिनका इस्तिक़बाल एयरपोर्ट पर मोतमदे ख़ारिजा रंजन मथाई और हिंदुस्तानी क़ासिद बराए अमरीका निरूपमा राव ने किया, सीधे अपनी अहलिया जेल, दुख़तर एशली और दामाद हॉवर्ड क्रेन के हमराह गांधी समृति भवन पहूंचे। मेहमान नायब सदर ने इस यादगार में तक़रीबन डेढ़ घंटा गुज़ारा जिस के दौरान उनका और उनकी फ़ैमिली का महात्मा गांधी की पोती तारा गांधी भट्टाचारजी ने खादी की शाल के ज़रिये इस्तिक़बाल किया।
सरकारी ज़राए ने कहा कि बाईडन के अव्वलीन दौरा चार कलीदी शोबों मआशी और तिजारती रवाबित(व्यापार संपर्क), तवानाई(उर्जा), तबदीली आब-ओ-हवा(हवामान परिवर्तन), दिफ़ाई तआवुन(रक्षा सहयोग) और इलाक़ाई इर्तिबात(प्रांतीय सहयोग) पर मर्कूज़ रहेगा।