बाएं बाज़ू की अस्करीयतपसंदी के सूरत-ए-हाल में कमी: राजनाथ

विशाखापटनम: मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राज नाथ सिंह ने आंध्र प्रदेश में माइनवाज़ों की सूरत-ए-हाल का जायज़ा लिया और इस बात की यक़ीन दहानी करवाई कि मर्कज़ से रियासत को तमाम मुम्किना मदद दी जाएगी सीनियर पुलिस अफ़िसरों के साथ आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम मीटिंग में उन्होंने कहा कि बाएं बाज़ू की अस्करीयत पसंदी की मुल्क में सूरत-ए-हाल में कमी आई है।

तशद्दुद कार्यवाहीयों की तादाद साल 2015 में 1088 तक कम हो गई। सेक्योरिटी एजेन्सीयों के कारनामों पर रोशनी डालते हुए उन्होंने कहा कि बाएं बाज़ू की इंतेहापसंदी से मुतास्सिरा अज़ला साल 2014 में 162 थे जो साल 2015 में 141 हो गए बेहतर सूरत-ए-हाल का सहरा सेक्योरिटी एजेन्सियों , तरक़्क़ीयाती प्रोग्रामों और हुकूमत की पालिसीयों के सर जाता है।

वज़ीर-ए-दाख़िला ने माइनवाज़ों से मुतास्सिरा इलाक़ों में तायनात करने के लिए आंध्रा प्रदेश के लिए बीएसएफ़ की इज़ाफ़ी बटालियन की मंज़ूरी दी प्रोजेक्ट्स की तेज़-तर मंज़ूरी की रियासती हुकूमत को यक़ीन दहानी करवाते हुए राज नाथ सिंह ने कहा कि रोड प्लान के तहत मर्कज़ ने मुल्क में तामीर की जाने वाली 5400 किलो मीटर की सड़कों के मिनजुम्ला 1200 किलो मीटर की सड़कों की आंध्र प्रदेश के लिए मंज़ूरी दी है|