रांची 5 जून : डॉक्टरों की तरह मुआयेदाह पारा मेडिकल अहलकारों को भी बाकायदा करने की कवायद की जा रही है। इनमें 182 फार्मासिस्ट, 134 लेब्रोटरी, 98 ए ग्रेड नर्स, 987 एएनएम वगैरह शामिल हैं। इससे पहले गवर्नर के सलाहकार के. विजय कुमार को इत्माद में लेने के लिए साबिक़ में लिये गए फैसलों, पेशकश पर मुखालिफ महकमों की तरफ से की गई तब्सिरे और दिए गए तज़विज़ों से आगाह कराने का फैसला लिया गया है।
रियासती सतह पर मुआयेदाह पर मुक़र्रर इन पारा मेडिकल अहलकारों की बाकायदगी के लिए पहले ही दस्तुरुल अमल तैयार कर ली गई थी। इस दस्तुरुल अमल की मंजूरी के सिलसिले में माली शोबे ने बाकायदगी की अमल पर यह कहते हुए एतराज़ की थी कि मुख्तलिफ शोबों में मुक़र्रर मुआयेदाह अहलकार भी इस तरह की तलब करने लगेंगे, जबकि कानून और अहलकार महकमा ने कुछ शर्तो के साथ इस पर मंजूरी दे दी थी। दस्तुरुल अमल के मुताबिक, पारा मेडिकल अहलकारों के बाकायदगी की सिफारिश मुलाज्मिन सिलेक्शन कमीशन की जानिब से इंटरव्यू की बुन्याद पर किया जाएगा। इसके पहले काम कर रहे पारा मेडिकल अहलकारों के सर्तीफिकेटों की ताफ्सिश होगी। यह भी यकीनी किया जाएगा कि ये बाकायदगी से काम करते रहे हैं।
मुआयेदाह तौसिह नहीं होने से रुका तनख्वाह
इधर मुआयेदाह पर काम कर रहे पारा मेडिकल अहलकारों (डॉक्टरों का भी) का मुआयेदाह तौसिह नहीं होने से तीन महीने से इनका तनख्वाह रुका हुआ है। मार्च में ही इनका मुआयेदाह ख़त्म हो गया था, लेकिन सेहत महकमा ने मुआयेदाह तौसिह की तजवीज़ रियासत मशावारती कमेटी की मंजूरी नहीं मिलने तक इन्हें काम करते रहने की हिदायत दिया था। यह भी बताया जा रहा है कि मुआयेदाह तौसिह का तजवीज रियासती मशावारती कमेटी की मंजूरी के लिए भेजा गया था, जिस पर मंजूरी मिल गई है। गवर्नर की मंजूरी के बाद मुआय्ह्दे तौसिह का हुक्म जारी कर दिया जाएगा।