राष्ट्रीय उल्मा कौंसल ने आज बाटला हाउस एनकावनटर की चौथी बरसी के मौक़ा परयूम नाइंसाफ़ी मनाया। कौंसल के अरकान ने सदर जमहूरीया के नाम एक याददाश्त भी पेश की। इस याददाश्त को मुक़ामी एडीशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के हवाले किया गया।
उल्मा कौंसल ने सदर जमहूरीया से मुतालिबा किया कि बाटला हाउस अनकावनटर केस में माख़ूज़ किए गए बेगुनाह अफ़राद के साथ इंसाफ़ किया जाय। बाटला हाउस अनकावनटर के मुतासरीन के अरकान ख़ानदान के साथ इंसाफ़ किया जाय और ये इंसाफ़ उसी वक़्त होगा जब सुप्रीम कोर्ट के जज के ज़रीया इस वाक़िया की अदालती तहकीकात कराई जाय।
मर्कज़ी हुकूमत इस तरह की इंकुआयरी कराने में नाकाम हुई है इस से ज़ाहिर होता है कि जामिआ मुलिया यूनीवर्सिटी के दो तलबा-ए-और एक पोलीस इन्सपैक्टर की हलाकत वाले इस अनकावनटर के सिलसिला में सच्चाई बाहर लाने में हुकूमत दिलचस्पी नहीं रखती। असल ख़ातियों को सज़ा दी गई तो दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ जंग में कामयाबी मिलेगी