पटना 10 जून : बांग्लादेश-भारत-पाकिस्तान पीपुल्स फोरम की रियासती सतही बैठक इतवार को सेहत और अहले खाना मंसूबा बंदी ईमारत एडोटेरियम में हुई। इसमें तीनों मुल्कों की हुकूमतों से तमाम मसलों का हल आपसी बातचीत के जरिये से करने की दरख्वास्त की गयी।
बीबीपीपीएफ के शुमाली भारत के कन्वेनर और साबिक़ असेंबली रुक्न डॉ सुनीलम ने कहा कि तीनों मुल्कों के शहरियों की यक्ज़हती ही मुल्क में अमन, तरक्की और फिरकावराना हमअहंगी को यकीनी कर सकती है। यही तरीका है, जिससे कश्मीर के मसला का हल खोजा जा सकता है।
कौम की खिदमत पार्टी के सदर शाहिद कमाल ने कहा कि मुल्क में हिंदू-मुसलमान मिल कर रहना चाहते हैं, लेकिन शिदतपसंद ताकतें तकसीम पैदा करती है। इंसाफ के लीडर इरफान अहमद ने कहा कि कोई भी हिंदुस्तानी अगर पाकिस्तान जायेगा, तो उसका नजरिया लालकृष्ण आडवाणी की तरह बदल जायेगा।
कौम की खिदमत दल के बिहार इंचार्ज इंदिरा रमण उपाध्याय ने कहा कि समाजवादियों की विरासत को आगे बढ़ाना हम सब की अज्तामायी जिम्मेवारी है। साबिक़ असेंबली रुक्न शहाबुद्दीन ने कहा कि तीनों मुल्कों की ग़ुरबत की मसायल का हल तीनों मुल्कों की अवाम की यकजहती में छुपा है। बैठक को युसूफ मेहर अली नौजवान बिरादरी की कौमी कन्वेनर गुड्डी, गोपाल कृष्ण, सहाफी जबर सिंह ने भी खिताब किया।