बापू का बरत बेग़र्ज़, मोदी का ख़ुदसिताई केलिए बरत, तुषार गांधी का रद्द-ए-अमल

मुंबई, 17 सितंबर (पी टी आई) नरेंद्र मोदी के बरत पर तन्क़ीद करते हुए गांधी जी के पड़ पोते तुषार गांधी ने आज कहा कि जहां बेग़र्ज़ी बापू के बरत की ख़ासीयत ही, वहीं चीफ़ मिनिस्टर गुजरात का बरत ज़ाती तशहीर केलिए है। तुषार ने कहा, ये बरत में सिर्फ ज़ाती तशहीर और मैं, मेरी ज़ात है। इस बरत में कोई नदामत या तास्सुफ़ की कोई अलामत नहीं है। मोदी ने कहा कि जब लोगों ने उन पर पत्थर फेंके तो उन्हों ने उसे इस्तिमाल करके तरक़्क़ी की सीढ़ी बनाई। लेकिन हक़ीक़त में, इन का मतलब ये रहा कि उन्हों ने दिल्ली केलिए सीढ़ी तैय्यार की। तुषार ने बरत के मुक़ाम पर जाने से क़बल मोदी के अपनी माँ से आशीर्वाद लेने के मंज़र की टेलीविज़न के ज़रीया तशहीर को भी नापसंद किया। उन्हों ने कहा कि बापू के दौर में बरत बतौर हथियार के मुख़्तलिफ़ मानी थे और अब रिवाज मुख़्तलिफ़ है।