कोलकाता। मगरिबी बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले में 18 साल के एक लड़के ने पिता की हत्या के आरोपी को पकड़ने के लिए जो जाल बुना, उसके बारे में सुनकर शायद आपको हैरानी हो। इस लड़के ने विधानसभा चुनाव और वोटिंग को अपना हथियार बनाया।
दरअसल, नूर इस्लाम मिस्त्री सीपीएम के कार्यकर्ता थे। कुछ दिनों पहले तृणमूल कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने राजरहाट में उन्हें बुरी तरह पीटा था। तीन दिनों तक जिंदगी से जद्दोजहद के बाद आखिरकार उनकी मौत हो गई। इस मामले में जो 11 आरोपी शामिल थे, पुलिस उनमें से सिर्फ चार को ही अरेस्ट कर सकी।
इसी के बाद नूर के बेटे रजीब मिस्त्री ने कसम ली कि वे अपने पिता के कातिलों को पकड़वाकर ही दम लेगा। इसके लिए उसने एक चाल चली। वह हरोरा विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 56 में बतौर सीपीएम का पोलिंग एजेंट बनकर घुस गया।
उसे भरोसा था कि उसके पिता की हत्या के आरोपी वोट देने जरूर आएंगे। जैसा कि उसने सोचा था, हफीजुर इस्लाम नाम का एक आरोपी वोट देने आया। जैसे ही हफीजुर बूथ में घुसा, रजीब ने उसे पकड़ लिया और बूथ पर मौजूद केंद्रीय पुलिसकर्मियों के हवाले कर दिया।
हफीजुर की गिरफ्तारी से नूर इस्लाम की मां सायरा बानू और पत्नी रजिया बीबी काफी खुश हुईं। इसके बाद उन्होंने भी अपना वोट दिया और कहा कि वोट डालकर उन्होंने नूर की मौत का बदला ले लिया है।