लखनऊ, 5 सितंबर: जिस बाप की अंगुली पकड़कर उसने चलना सीखा वही दरिंदगी की हर हद पार कर गया। हिफाज़त का वादा करने वाले भाई ने खुद उसकी इज़्ज़त को तार-तार कर दिया। मां भी सहारा न बन सकी। भूत-प्रेत व साये की कहानियां बनाकर शौहर व बेटे की करतूत छिपाती रही।
घर वालों ने इसके लिए एक तांत्रिक का भी सहारा लिया। बुध के दिन मुतास्सिरा लड़की ने जनता दर्शन में पहुंचकर वज़ीर ए आज़म से इंसाफ की गुहार लगाने पर यह सनसनीखेज मामला रौशनी में आया। ख्वातीन थाना पुलिस ने लड़की कीओर से इस्मतरेज़ि व दूसरे दफआत में रिपोर्ट दर्ज कर मुल्ज़िम बाप सदन, भाई राहुल व लड़की की मां को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सुल्तानपुर के तांत्रिक की भी तलाश कर रही है।
कृष्णानगर इलाके में रहने वाला मुल्ज़िम बाप सरकारी ( रेलवे) मुलाज़िम है और बेटी भी बीए पास है। मुल्ज़िम भाई एक शोरूम में सेल्समैन है। आरा, बिहार का रहने वाला सदन व उसका बड़ा बेटा लखनऊ में रहते थे और बीवी अपनी बेटी व सबसे छोटे बेटे को लेकर मायके में रहती थीं। साल 2004 में सदन ने अपना मकान खरीदा और पूरा परिवार यहां साथ रहने लगा, लेकिन इसके बाद ही लड़की पर जुल्म का वह सिलसिला शुरू हुआ। तब लड़की हाईस्कूल पास कर बिहार से लौटी थी और नाबालिग थी।
लड़की ने पुलिस को जो तहरीर दी है, उसके मुताबिक मुखालिफत करने पर बाप व मां ने उसे न सिर्फ डराया-धमकाया बल्कि यह तक कहा कि एक साया है, जो उसके साथ ऐसा करने के लिए उसके बाप को मजबूर करता है। फिर भाई ने भी यही काम शुरू कर दिया। उसके अकेले बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी गई।
वहीं, लड़की की मां का कहना है कि उसने शौहर को समझाने की कोशिश की थी पर वह उन्हें ट्रेन से कटकर जान दे देने की धमकी देता था।
एसओ ख्वातीन थाना शिवा शुक्ला के मुताबिक लड़की की तहरीर पर इस्मतरेज़ि , इस्काते हमल ( abortion) कराने व दूसरे दफआत में मुकदमा दर्ज कर मुल्ज़िम बाप, बेटा व उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया गया है। मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है। मुल्ज़िमो ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। वहीं, ग्रेजुएशन कर चुका लड़की का सबसे छोटा भाई इसके मुखालिफत में था।
लड़की कई साल से बेहद सहमी रहती थी। बताया गया कि कुछ दिन पहले ही उसने घर के पास ब्यूटी पार्लर कोर्स ज्वाइन किया था, जहां उसने राबिते में आई दूसरी ख्वातीन से दबी जुबान अपने दर्द की गुफ्तुगू की। यहीं एक खातून की सलाह पर वह बुध के दिन जनता दर्शन पहुंची, जिसके बाद मामला रौशनी में आ सका।
———बशुक्रिया: जागरण