बाबरी मस्जिद की जमीन पर सिर्फ़ बाबरी मस्जिद बनेगी, कोई समझौता नहीं- अयोध्या के मुसलमान

अयोध्या मामले को लेकर सुलह और बातचीत की कवायद के बीच अयोध्या के मस्जिदों के इमामों और प्रमुख मुस्लिम नेताओं की बैठक में इस मसले पर सुलह वार्ता को खारिज कर दिया गया।

मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर शनिवार को अयोध्या में मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब के आवास पर स्थानीय मुस्लिमों की बैठक हुई। इस बैठक में बाबरी केस के मुद्दई और मरहूम हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी भी शामिल हुए।

बैठक में करीब 30 मुस्लिम नेताओं ने प्रस्ताव पारित करते हुए कहा, ‘विवादित स्थल पर केवल मस्जिद ही थी, जो मंदिर तोड़कर नहीं बनी थी। मंदिर राम चबूतरे तक की जमीन पर ही था। मस्जिद अल्लाह की अमानत है। इसे किसी को दिया नहीं जा सकता। ऐसे में मस्जिद उसी स्थान पर ही बनेगी।’

इस मीटिंग में 50 से ज्यादा मुस्लिम नेता शामिल हुए। बैठक में हाजी महबूब के धुर विरोधी माने जाने वाले बाबरी मस्जिद के मुद्दई मोहम्मद इकबाल अंसारी भी शामिल हुए।

मुस्लिम नेताओं ने कहा कि इसके बावजूद वे इस विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानेंगे। अयोध्या और फैजाबाद के इमामों और मुस्लिम नेताओं के विरोध के चलते श्री श्री के अयोध्या दौरे को झटका लगा है।

श्री श्री मुस्लिम और हिन्दू पक्षकारों से अयोध्या विवाद पर सुलह वार्ता करने के लिए अयोध्या आने वाले हैं।

बैठक से बाहर निकलने के बाद इकबाल अंसारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘अयोध्या के मुसलमानों की मांग है कि जहां बाबरी मस्जिद थी, वहीं बनाई जाए।

सौजन्य- NBT