फ़ैज़ाबाद: निर्मोही अखाड़ा के महंत और बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि मामले में पक्षकार महंत भास्कर दास अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के असल दावेदार थे और इस के लिए उन्होंने 1959 में मुक़द्दमा दायर किया था।
88 साल के भास्कर दास को सांस लेने में तकलीफ और ब्रेन स्ट्रोक होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था इसके बाद से ही हालत खराब होती गई। फ़ैज़ाबाद के हर्शन हार्ट इंस्टीटियूट में उन्होंने आज सुबह 3 बजे आख़िरी सांस ली। महंत भास्कर दास का अयोध्या के तुलसी घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।