पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारत सभी समुदायों, धर्मों, जातियों, नस्लों और लिंग के बगैर अधूरा है तथा लोगों को देश का धर्मनिरपेक्ष ताना-बाना बनाए रखना चाहिए।
उन्होंने देश की तुलना मानव शरीर से करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में छह दिसंबर को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने को लेकर ‘‘शांति दिवस’’ मनाया जाता है।
Today is 6th December. We observe this day as ‘Sanhati Dibas’ in #Bangla. Just like a human body is incomplete without all organs, India is incomplete without all communities, religions, castes, creed and gender. Let us pledge to uphold the secular fabric of India
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 6, 2018
बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘आज छह दिसंबर है. हम इस दिन शांति दिवस मनाते हैं।’’ उन्होंने लिखा है, ‘‘जैसे मानव शरीर सभी अंगों के बिना अधूरा है, वैसे ही भारत भी सभी समुदायों, धर्मों, जातियों, नस्लों और लिंगों के बिना अधूरा है।
भारत के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बनाए रखने की कसम लें।’ छह दिसंबर, 1992 को ही अयोध्या स्थित 16वीं सदी के विवादित ढांचे को तोड़ दिया गया था।
साभार- ‘ज़ी न्यूज़’