बाबरी मस्जिद विध्वंस पर एआईएमपीएलबी का बयान, ठोस सबूत होने पर करेंगे बातचीत

बाबरी विध्वंस का मामला कई सालों से अदालत में चल रह है लेकिन आजतक कोई भी दल किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा| पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को आपस में हल निकालने के लिए समय दिया था लेकिन उस पर भी बात नहीं बनी| उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा बाबरी मस्जिद विध्वंस पर जल्द फैसला किया जायेगा| इस मामले में आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कल कहा कि अगर कोई ठोस सबूत है तो इस मामले पर बातचीत की दिशा को बढ़ाया जायेगा| हालाँकि की यह बयान आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर की ओर से पेशकस किये जाने पर आया|

बोर्ड के प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला| हम हवाबाजी में कोई बात नहीं करना चाहते अगर हमारे सामने आधिकारिक तौर पर कोई ठोस फार्मूला पेश किया जाता है तो हम बातचीत पर गौर करेंगे| जिससे किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके|

श्री श्री रविशंकर ने शनिवार को मध्यस्थता की पेशकश करते हुए कहा था कि, ”दोनों समुदायों को एक मंच की जरूरत है जहां वे भाईचारे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर सकें और सौहार्द दिखा सकें| अब सभी लोग शांति चाहते हैं| वक़्त बदल चुका है|

दरअसल, बीते छह अक्तूबर को पर्सनल लॉ बोर्ड से जुड़े मुफ्ती एजाज अरशद कासमी बेंगलुरू में श्री श्री आश्रम गए थे और इसके बाद मीडिया के एक हिस्से में ऐसी खबरें आईं कि श्री श्री ने बोर्ड से बातचीत के लिए संपर्क किया है, हालांकि कासमी ने कहा कि ‘आर्ट ऑफ लीविंग’ के आश्रम के उनके दौरे से बोर्ड का कोई लेना देना नहीं हैं| बाबरी विध्वंस का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.