6 दिसम्बर के वाक़ेअ को इतवार के रोज़ 23 साल हो गये हैं और इस मौक़े पर एक बार फिर राममंदिर सियासत शुरू हो गयी है| उत्तर प्रदेश के माईनोर्टीज़ वेलफ़ेयर मिनिस्टर और समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता आज़म खान ने कहा कि दहशतगर्दी तंजीमों पर लगी हुई पाबंदी की तरह राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) पर भी पाबंदी आयद करने की मांग की|।
खान ने रिपोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि, आरएसएस और भाजपा के कुछ नेता लगातार फिर्क़ावाराना बयान देकर मुल्क का माहौल खराब कर रहे हैं। अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है , लेकिन आरएसएस सरबराह लगातार मंदिर बनाने के बारे में बयान दे रहे हैं।
सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने, बाबरी मस्जिद शहादत की 23 वीं बरसी से जुड़े सवाल पर कहा कि, आरएसएस अगर ये चाहती है कि भाजपा मुल्क में हुकूमत करे तो वह अयोध्या में उसी जगह पर बाबरी मस्जिद की तामीर करा दें।
6 दिसंबर से करीब हफ्ता भर पहले ही पश्चिम बंगाल में, संघ सरबराह मोहन भागवत ने राम मंदिर का मुद्दा छेड़ दिया था। उन्होंने कहा था कि, उन्हें उम्मीद है कि अयोध्या में अजीमुश्शान राम मंदिर की तामीर का ख़्वाब उनकी ज़िन्दगी में ही पूरा हो जायेगा ।