अहमदाबाद: विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि सरदार पटेल के प्रयासों से सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार के तर्ज पर राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाने का एकमात्र रास्ता संसद में कानून के ज़रिया है। लेकिन अयोध्या या देश में कहीं भी बाबर के नाम पर मस्जिद नहीं बननी चाहिए।
न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के मुताबिक़ श्री तोगड़िया ने यहां जीएम डीसी मैदान पर विहिप और बजरंग दल के संयुक्त हिन्दू सम्मेलन को संबोधित करते हुए 12 सूत्री मांगें भी केंद्र सरकार के सामने रखी. जिसमें से सभी नागरिकों को केवल एक पत्नी और दो बच्चों की अनुमति, समान कानून और समान नागरिक संहिता, अल्पसंख्यकों के तर्ज़ पर हिंदुओं के बच्चों को भी सरकार द्वारा मुफ्त शिक्षा और इस्लामी जिहाद से सुरक्षा के लिए हर जिले में आईपीएस स्तर के एक अधिकारी की नियुक्ति की मांग भी शामिल है।
अपनी भावुक भाषण के दौरान श्री तोगड़िया ने कहा कि सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों की दाढ़ी नहीं पकड़ी थी और न ही किसी टोपी वाले को गले लगाया था। इस समय केंद्र सरकार की सहमति से डंके की चोट पर मंदिर का निर्माण हो गई थी। ऐसा भी राम मंदिर के लिए किया जाना चाहिए और संसद में कानून के माध्यम से मंदिर बनाना ही एकमात्र रास्ता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो लोग अयोध्या कूच करेंगे। उन्होंने उपस्थित दर्शकों से इसके लिए नारे भी लगवाए।
श्री तोगड़ियाने कहा कि केंद्र सरकार को कान खोलकर सुन लेना चाहिए कि बाबर के नाम पर कोई मस्जिद अयोध्या में तो क्या पूरे देश में कहीं नहीं बननी चाहिए। केंद्र सरकार को केवल सरदार पटेल की बात नहीं करनी चाहिए बल्कि उनका व्यवहार भी अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार 95 लाख मुस्लिम छात्रों के लिए आर्थिक सहायता देती है जो हिंदुओं के पैसे से ही होती है। हिंदुओं के लिए भी ऐसा ही व्यवस्था होनी चाहिए। अल्पसंख्यकों को चार पत्नियाँ रखने और पच्चीस बच्चे पैदा करने की अनुमति देने से उनकी आबादी तेजी से बढ़ रही है और उनका खर्च सरकार हिंदुओं के माध्यम की ओर से प्राप्त धन के माध्यम से उठा रही है। इस पर रोक लगनी चाहिए।