हैदराबाद : देश में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बाबा रामदेव की बयान पर AIMIM के प्रमुख व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। आपको बता दे कि बाबा रामदेव ने जनसंख्या घटाने की दिशा में कड़े कदम उठाने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि अगले 50 वर्षों में भारत की जनसंख्या 150 करोड़ से अधिक नहीं होनी चाहिए।
जनसंख्या उससे अधिक होने की स्थिति में सरकारें उन्हें बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा सकेंगी। उन्होंने यह भी कहा था कि संतान की संख्या दो से अधिक न हो, इसके लिए कानून बनाने और तीसरे बच्चे के जन्म पर कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही थी। साथ ही तीसरी संतान को वोट का अधिकार नहीं मिलना चाहिए तथा चुनाव लड़ने से उनपर प्रतिबंध लगाने का भी प्रावधान शामिल करने को कहा थी।
There is no law preventing people from saying downright unconstitutiona things, but why do Ramdev’s ideas receive undue attention?
That he can do a thing with his stomach or move about his legs shouldn’t mean @narendramodi lose his right to vote just because he’s the 3rd kid https://t.co/svvZMa4aZy
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 27, 2019
उन्होंने तीसरी संतान को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रखने की भी हिदायत दी थी। उन्होंने कहा कि बगैर किसी धर्म और परंपरा से ऊपर उठकर संतान के मामले में हर किसी के लिए जनसंख्या नियंत्रण का अमल करना चाहिए।
बाबा रामदेव के इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ा काउंटर दिया है। उन्होंने एक ट्वीट पोस्ट कर कहा, ‘संविधान के खिलाफ बोलने वालों को रोकने के लिए देश में कोई कानून नहीं बना है। इसके बाद भी बाबा रामदेव की टिप्पणियों को इतना महत्व क्यों दिया जाता है?
बाबा रामदेव को समझना चाहिए कि ऐसा करना केवल कपालभाति और यह हाथ पैर हिलाना (योग) करना आसान नहीं है। अगर ऐसी बात हो तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तीसरी संतान है और उन्हें भी अपना मताधिकार खोना पड़ेगा।’