बाबू लाल नागर 14 दिनों की अदालती तहवील में

राजस्थान के साबिक़ वज़ीर बाबू लाल नागर जो एक 35 साला ख़ातून की इस्मत रेज़ि के मुर्तक़िब हुए हैं, को 14 दिनों की अदालती तहवील में देदिया गया।

नागर को आज एडीशनल चीफ़ जोडीशय‌ल मजिस्ट्रेट महिन्द्र कुमार के इजलास पर पेश किया गया था जहां से उन्हें अदालती तहवील में देदिया गया। अलबत्ता मजिस्ट्रेट ने नागर के वकील की इस दर्ख़ास्त को मंज़ूर करलिया गया जहां नागर के लिए जेल में सेक्योरिटी और घर का बना हुआ खाना फ़राहम करने की ख़ाहिश की गई थी।

याद रहे कि नागर को गुजिश्ता जुमा को एक 35 साला ख़ातून की एक माह क़बल की गई इस्मत रेज़ि के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया था। नागर ने मज़कूरा ख़ातून को मुलाज़मत देने के बहाने अपने सरकारी बंगला में तलब किया था और वहां उन्होंने ना सिर्फ़ उस की इस्मत रेज़ि की बल्कि उसे ज़द्द-ओ-कूब भी किया।

9 अक्टूबर को इस मुआमला की तहक़ीक़ात सी बी आई के हवाले की गई। नागर ने अशोक गहलोट की वज़ारत से बहैसियत वज़ीर डेरी, खादी-ओ-देही सनअत अपना इस्तीफ़ा पेश कर दिया था जबकि कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने उन्हें पार्टी से भी मुअत्तल कर दिया था।