हैदराबाद 14 अक्टूबर: चंदरायनगुट्टा पुलिस ने अली अफ़ारी क़त्ल केस के दो मुल्ज़िमीन को गिरफ़्तार कर लिया और उनके क़बजे से क़त्ल में इस्तेमाल ख़ंजर बरामद कर लिया। डी सी पी साउथ ज़ोन वी सत्य नारायना ने बताया कि अली अफ़ारी और मुहम्मद सादी दोस्त थे और उन्हें घोड़ सवारी और टांगा चलाने का शौक़ था।
19 साला सय्यद इबराहीम भी यही शौक़ रखता था और अपने साथी 20 साला मुहम्मद मंज़ूर उल-हक़ साकिन फूलबाग के हमराह अक्सर घोड़ सवारी किया करता था। अली अफ़ारी और मुहम्मद सादी पुने में कुश्तीयों की तर्बीयत के लिए गए थे और हाल में वो हैदराबा
यक्म अक्टूबर को इबराहीम ने अपना टांगा मंसूर के हवाले किया था।अली अफ़ारी ने अपने साथी अबूबाकर की मदद से इबराहीम के टांगे को हासिल करके अपने मकान के क़रीब रखा जिस पर दोनों में झगड़ा हुआ था। इबराहीम और मंसूर को अली अफ़ारी ने टांगे के सिलसिले में बातचीत के लिए रात देर गए तलब किया।
इबराहीम ने हमले का ख़दशा ज़ाहिर करके ख़ंजर हासिल किया और मंसूर की मदद से चंदरायनगुट्टा बालापुर पहूंच कर अली अफ़ारी पर क़ातिलाना हमला कर दिया जिसके सबब उस की मौत वाक़्य हो गई।
इबराहीम और मंसूर ने मुहम्मद सादी पर भी हमला किया था और इस हमले में मुहम्मद सादी ने भी इबराहीम पर पत्थर से वार करते हुए चाक़ू से भी हमला किया था।
सत्यनारायना ने बताया कि अली अफ़ारी को दवाख़ाना मुंतकली के दौरान मौत वाक़्ये हो गई थी जबकि मुहम्मद सादी को ईलाज के लिए दवाख़ाना मुंतक़िल किया गया था।
द लौटे थे।