बारक ओबामा का दुबारा चुनाव‌ यक़ीनी अमेरीकी प्रोफ़ैसर की पैशिनगोई

हैदराबाद (सियासत न्यूज़ ) अमेरीकी यूनीवर्सिटी में तारीख़ के प्रोफेसर एलन जय लचमन ने पैशिनगोई की कि सदर अमेरीका बारक ओबामा दुबारा चूने जाएंगे।

इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपती चुनाव के बारे में एक गोल मेज़ कान्फ़्रैंस के दौरान सहाफ़ीयों से बातचीत करते हुए अमेरीकी यूनीवर्सिटी के प्रोफेसर ने कहा कि 1984 से वो अमेरीकी राष्ट्रपती चुनाव में सदर के चुनाव कि बाबत‌ पैशिनगोई करते आ रहे हैं । पिछ्ले 28 साल से उन की पैशिनगोईयां दरुस्त साबित होरही हैं ।

प्रोफेसर लचमन ने कहा कि ड्रेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बारक ओबामा पहले सियाह फ़ाम अमेरीका के सदर हैं और उन्हों ने अपना करिश्माती रवैया नहीं खोया है ।अगरचे कि उन्हों ने अमेरीका को मुश्किल हालात में तबदीली की लहर के तहत बेहतर बनाने की कोशिश की है ।

जब अमेरीका में इकोनोमिक‌ उथल पुथल होरही थी ओबामा ने दुरुस्त कोशीशें कि । ताक़तवर, सेहत कि हिफाजत करने वाली इस्लाहात क़ानून लाया । इस से अमेरीका के लाखों शहरीयों को फ़ायदा हुवा ।अमेरीका को मतलूब अलक़ायदा प्रमुख‌ उसामा बिन लादिन की हलाकत के बाद ओबामा के दौरे सदारत को ज़बरदस्त शौहरत हासिल हुई ।

अमरीका के शहरी पिछ्ले 10साल से उसामा को हलाक करने का इंतिज़ार कर रहे थे और ओबामा ने बिन लादीन की हलाकत को यक़ीनी बनाया । प्रोफेसर ने कहा कि अमेरीका के 2012 के सदारती इंतिख़ाबात निहायत ही एहमीयत के हामिल है । बारक ओबामा को अपने नज़म-ओ-नसक़ की कारकर्दगी के इव‌ज़ कई फाइदें हासिल होंगे ।

65 साला प्रोफेसर लचमन ने 1981 में भी अमेरीकी सदारती इंतिख़ाबात के दौरान पैशिनगोई की थी जो सही साबित हुई।