हैदराबाद 11 जुलाई: रियासत-ओ-तेलंगाना में हो रही मुसलसिल हल्की-ओ-तेज़ बारिश के बावजूद ज़ख़ाइर आब में कोई इज़ाफ़ा रिकार्ड नहीं किया गया है। महिकमा आबरसानी के ओहदेदारों के बमूजब पिछ्ले एक हफ़्ते से जारी बारिश के बावजूद पानी की क़िल्लत जूं की तूं बरक़रार है और ज़ेर-ए-ज़मीन सतह-ए-आब में भी कोई इज़ाफ़ा रिकार्ड नहीं किया गया है।
रियासत तेलंगाना में ज़ेर-ए-ज़मीन सतह-ए-आब में गिरावट रिकार्ड की गई है। साल पिछ्ले 2.35 मीटर ज़ेर-ए-ज़मीन सतह-ए-आब रिकार्ड की गई थी लेकिन इस साल इस में मज़ीद गिरावट आई है। मेदक, निज़ामबाद और महबूबनगर में ज़ेर-ए-ज़मीन सतह-ए-आब इंतेहाई तशवीशनाक हद तक पहूंच चुकी है और ये सूरत-ए-हाल आइन्दा दो माह तक जारी रहेगी।
अगर यही सूरत-ए-हाल बरक़रार रही तो इस बात का ख़दशा पैदा हो जाएगा कि रियासत को एक और कहतसाली की सूरत-ए-हाल का सामना करना पड़ेगा।
मानसून की आमद से ज़ख़ाइर आब में इज़ाफ़ा और ज़रई हालत की बेहतरी की तवक़्क़ो की जा रही थी। महकमा-ए-मौसीमीयत की पेश क़यासी के बमूजब 01 जून से ताहाल 234 मिलीमीटर बारिश होनी चाहीए थी। उस के बरअक्स ताहाल सिर्फ़ 197 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।