बारिश ना होने से धान की काशत को काफ़ी नुक़्सान

संगारेड्डी 10 अक्टूबर: मेदक में मौसम ख़रीफ़ के दौरान किसानों की तरफ से फसलों को उगाने के लिए इक़दामात किए गए थे लेकिन बारिश ना होने की वजह से ख़ुशकसाली का सामना करना पड़ रहा है।

ज़िला के कई तालाबों में पानी ना होने की वजह से फसलों को नुक़्सानात का सामना है। किसानों की तरफ से बताया जा रहा हैके पिछ्ले 4 माह में बारिश का औसत काफ़ी कम था जिसकी वजह से ज़िला में धान की काशत को काफ़ी नुक़्सान हुआ है और कई मक़ामात पर बोरवेलस के ज़रीये काशतकारी की गई लेकिन ज़ेरे ज़मीन सतह-ए-आब में कमी वाक़्य होजाने की वजह से कई तरह की मुश्किलात का सामना है।

ज़िला में मौसम ख़रीफ़ के दौरान 4.50 लाख हेक्टर अराज़ी पर काशत की जाती थी लेकिन 3.20 लाख हेक्टर अराज़ी पर काशत की गई। 86 हज़ार हेक्टर अराज़ी प्रधान की काशत होना चाहीए था लेकिन सिर्फ 18 हज़ार हेक्टर प्रधान की काशत की जा रही है जिसमें से 8 हज़ार धान की काशत पानी ना मिलने की वजह से नुक़्सान में है।