करीमनगर में पिछ्ले 10 बरस में इस तरह की ज़बरदस्त बारिश नहीं हुई है। ज़िला के 30 मवाज़आत बारिश के पानी में इस तरह महसूर होचुके हैं कि दुसरे मुक़ामात से राबिता टूट गया है।
इन मवाज़आत में 1200 मकानात पूरी तरह तबाह होचुके हैं। 12000 हज़ार एकर की तैयार फसलें बर्बाद होगई हैं। जबकि 6 अफ़राद फ़ौत होचुके हैं। इस बात से हुकूमत विहिप आरे पली मोहन और रुकन पार्ल्यमंट पूनम प्रभाकर ने कांग्रेस दफ़्तर करीमनगर में मीडिया से मुख़ातब करते हुए किया।
उन्होंने कहा कि रियासती वज़ीर सिरीधर बाबू ने इलेक्शन कमिशनर से दरख़ास्त की हैके हंगामी हालात में बारिश मुतासरीन के लिए मदद की इजाज़त दी जाये। चु
नांचे हमने बारिश से मुतास्सिरा मवाज़आत का दौरा करते हुए वहां इमदाद के लिए ज़िला इंतेज़ामीया को हिदायत दी है। आरे पली मोहन ने कहा कि मुंसीसिपल कमिशनर की तरफ से जितने नुक़्सानात की रिपोर्ट तैयार करके दी जाएगी ज़रूरत के मुताबिक़ फंड्स फ़राहम किया जाएगा।
ज़िला कलेक्टर और इंतेज़ामीया मुतास्सिरा ख़ानदान की बाज़ आबादकारी के लिए फ़िलहाल आरिज़ी इंतेज़ामात में लगे हुए हैं। ओगलापूर मौज़ा पूरी तरह से पानी में डूब गया था। वहां कुछ भी बाक़ी नहीं रहा है।
26 मुक़ामात पर सड़कें कट जाने की वजह से आमद-ओ-रफ़त में दुशवारी पैदा होचुकी है। जहां आरिज़ी तौर पर पुल की तरह बनाकर आसानी पैदा की है।
चीफ मिनिस्टर से इन सड़कों की तामीर के लिए फ़ौरी फंड्स की इजराई की ख़ाहिश की गई है। जंगी ख़ुतूत पर इन सड़कों को तामीर किया जाएगा। बारिश मुतासरीन की राहत कारी और इमदाद के लिए हुकूमत की तरफ से हर तरह की इमदाद का पूनम प्रभाकर ने यकिन दिया ।