बारीक चावल स्कीम तमाम मुस्तहक़्क़ीन तक पहुंचना ज़रूरी

कांग्रेस पार्टी मिटपली क़ाइद कुंडा रत्नम ने एक सहाफ़ती बयान में बताया कि हुकूमत की बाज़ पालिसीयां मुनासिब नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि फ़ूड सेक्युरिटी सर्वे ऑपशन में चंद गलतीयां हैं, फ़ूड सेक्युरिटी स्कीम के नाम पर मुस्तहक़्क़ीन के मामूली ज़रूरत की अशीया के हामिल और मामूली मकान के हामिल कई लोगों को महरूम रखा जा रहा है।

हुक्मराँ जमात के क़ाइदीन मुख़ालिफ़ सियासी क़ाइदीन-ओ-अहबाब पर इंतेक़ामी रविष अपनाए हुए हैं। हुकूमत की तरफदारी करने वालों के साथ हमदर्दी और हामीयों की निशानदेही करने वालों के साथ दुश्मनी पर तुले हुए हैं।

हुकूमत की तरफ से सब्सीडी स्कीम फ़ूड सेक्युरिटी चावल चाहे बारीक हो या मोटा हो तमाम मुस्तहक़्क़ीन, बलालहाज़ मदहब-ओ-मिल्लत-ओ-बला इमतियाज़ सियासी पार्टी सब तक पहुंचना चाहीए।

उन्होंने हुकमरान जमात पर इल्ज़ाम आइद किया कि हक़ायक़ को अवाम के सामने लाने वाले सहाफ़ीयों और इलेक्ट्रॉनिक-ओ-प्रिंट मीडीया पर गिरिफ़त लगाई गई है अगर इस तरह की पालिसी अपनाई गई और जमहूरी ममलकत में सब के साथ इंसाफ़ ना मिले और हक़ परस्तों की आवाज़ को दबाया जाये तो हुकूमत के दिन गिने चुने रह जाऐंगे।

मौजूदा चीफ़ मिनिस्टर ने तेलंगाना अवाम के साथ चुनाव से पहले कई वादे किए, उन वादों पर अमल कब और कैसे होगा वक़्त ही बताएगा। तेलंगाना की अवाम के जज़बात के साथ खिलवाड़ बहुत दिनों तक नहीं चलेगा। तेलंगाना की अवाम एक बार धोका खाकर बार बार नहीं खाएंगे। हमेशा हक़ की फ़तह होगी।