2002 के बाली हमलों के लिए जिन में 202 अफ़राद (लोग) हलाक हुए थे , बम तय्यार करने वाले मुल्ज़िम के इंडोनेशियाई वुकला (वकीलों) ने पीर को इसरार (आग्रह) किया है कि इस ने सिर्फ मामूली किरदार अदा किया इसलिए उसे 15 साल से कम सज़ा होनी चाहीए। वुकला (वकीलों) ने गुजिश्ता हफ़्ते 45 साला उम्र पातक के लिए उम्र कैद की सिफ़ारिश की थी, जिस पर 2002 में क्रिसमिस के मौक़ा पर साहिली तफ़रीह गाह पर क़ायम 2 नाइट क्लब्ज़ और चर्च पर हमलों के लिए बम तय्यार करने का इल्ज़ाम है।
पातक के एक वकील असल उद्दीन हातजानी ने समाअत के बाद अदालत के बाहर ए एफ पी को बताया जजों को हमारे मोअकिल को 15साल से कम कैद की सज़ा देनी चाहीए। हातजानी ने क़ब्लअज़ीं मग़रिबी (पश्चिमी) जकार्ता की ज़िलई अदालत को बताया कि पातक की इस जुर्म में शिरकत बहुत कम है।