बाली में ताक़तवर ज़लज़ला , 50 ज़ख़मी

बाली । 14 अक्तूबर। ( ए पी ) इंडोनेशिया का मशहूर तफ़रीही जज़ीरा बाली आज एक ताक़तवर ज़लज़ले से दहल गया जिस की वजह से अवाम में ख़ौफ़-ओ-दहश्त फैल गई और तक़रीबन 50 अफ़राद के ज़ख़मी होने की इत्तिला है इन में से अक्सर के जिस्म की हड्डियां टूट गईं और सर पर गहरे ज़ख़म आए । ऐनी शाहिदीन के हवाले से मुक़ामी रेडीयो और टेलीविज़न चैनल्स ने इत्तिला दी कि कई इबादतगाहों की दीवारें और छतों को नुक़्सान पहुंचा , इस के इलावा एक स्कूली इमारत मुनहदिम होगई । कई मुक़ामात पर घरों की छतें भी मुनहदिम होगईं। अमरीकी जयालोजीकल सर्वे ने बताया कि इस ज़लज़ले की शिद्दत 6.0 थी और इस का मब्दा-ए-जज़ीरा के जुनूब मशरिक़ में 100 कीलोमीटर पर वाक़्य था । ये ज़लज़ला सतह समुंद्र में 60 कीलोमीटर नीचे आया । अगरचे ये सूनामी की तरह ताक़तवर नहीं था लेकिन इस के असरात पड़ोसी जज़ाइर जावा और लोमबो में भी महसूस किए गए जो कई सौ किलोमीटर दूर पर वाक़्य हैं। बाली के साकन मिफ़्ताह अलचसना ने बताया कि ज़लज़ले की वजह से वो अपनी मोटर सैक़ल से नीचे गिर पड़े । संवर साहिल होटल के पब्लिक रीलीशन ऑफीसर कैंडी जूलियानी ने कहाकि ज़लज़ले के साथ ही ख़ौफ़-ओ-दहश्त के आलम में मेहमान बिल्डिंग के बाहर निकल आए । उन्हों ने कहा कि ऐसी सूरत-ए-हाल से निमटने केलिए ख़ुसूसी एमरजैंसी रास्ते बनाए गए हैं लेकिन हर शख़्स इस क़दर ख़ौफ़ज़दा था कि किसी ने भी इन रास्तों से इस्तिफ़ादा नहीं किया । हॉस्पिटल के तर्जुमान ने बताया कि तक़रीबन 50 ज़ख़मों को यहां लाया गया है जिन के हाथ पैर में फ्रैक्चर और सर पर ज़ख़मों के निशानात हैं।