कानपूर: अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्केंडेय काटजू ने शुक्रवार को कानपुर के कल्चरल फेस्ट के एक कार्यक्रम में कहा कि अब वोट और इलेक्शन का जमाना खत्म हो रहा है. हर जगह भ्रष्टाचार और अन्याय है. अब क्रांति और बंदूक की जरूरत है. जल्द ही हर देशवासी के हाथों में बंदूक होगी. बिना लड़ाई के कुछ नहीं होने वाला है. चीन की क्रांति के दौरान जितनी जानें गई थीं, शायद उससे कहीं ज्यादा जानें इस क्रांति में जाएं.
जनता का रिपोर्टर ने दैनिक भास्कर केहवाले से खबर दी है कि, काटजू ने कहा कि देश की जनता के दिमाग में गोबर भरा है. बाल ठाकरे के बाद अब राज ठाकरे गुंडागर्दी कर रहा है. धर्म और जाति के नाम पर वोट मांगने वाले नेता, गुंडे और गैंगस्टर हैं. एक समय बाल ठाकरे गुंडा था, अब वही गुंडागर्दी राज ठाकरे कर रहा है. आगे उन्होंने कहा कि बाल ठाकरे के निधन पर राष्ट्रपति, पीएम, सोनिया गांधी और दूसरे नेताओं का संवेदना प्रकट किया जाना भारत में ही संभव है.
यूपी के चुनावों के बारे में बोलते हुए पूर्व न्यायधीश ने कहा कि जातिगत समीकरण के हिसाब से केवल 18 फीसदी अगड़ो का वोट बैंक है. दलितों के वोट बैंक पर मायावती कुंडली मारकर बैठी हैं. यादव कहीं और हिलने वाले नहीं हैं. ऐसे में बीजेपी के पास धर्म की आग भड़काने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है.