रांची : सरायकेला-खरसावां जिले में इचा-खरकई डैम तामीर के खिलाफ झामुमो ने जुमा को गवर्नर के पास धरना दिया. ऑपोज़िशन के लीडर शरीक झामुमो के सदर हेमंत सोरेन ने दूसरे रियासत के लोगों को बाहर करने के लिए तीर-धनुष उठाने का एलान किया. उन्होंने कहा बाहरी लोगों, लीडरों और अफसरों की वजह से झारखंड की हालत खराब हो रही है. बाहरियों को बाहर करने के लिए एक बार फिर से सबको साथ आना होगा. एक बार फिर तीर-धनुष उठा कर उलगुलान करना होगा. धरना में कोल्हान से बड़ी तादाद में लोग पहुंचे थे.
रियासती हुकूमत पर हमला बोलते हुए हेमंत सोरेन ने कहा बहुमत पानेवालों को जो चाहे वो कर ले, इसकी छूट नहीं मिलेगी. खेत-खलिहान हमारा, डैम हमारे और पानी-बिजली दूसरे रियासतों काे, यह नहीं चलेगा. नियम कहता है कि पानी पहले अवाम काे, फिर जानवरों को, फिर खेतों और आखिर में इंडस्ट्री को मिले. मगर झारखंड में सब उलटा हो रहा है. बड़े डैमों से पहले इंडस्ट्री को पानी देने की निज़ाम की गयी है.
उन्होंने कहा इचा-खरकई डैम बनाने में 500 से ज्यादा गांव डूबेंगे। हजारों लोग बेघर होंगे और पानी किसे मिलेगा ओड़िशा काे. उन्होंने कहा किसी भी हाल में डैम नहीं बनने दिया जायेगा. सरकार ने डैम तामीर का काम फ़ौरन नहीं रोका, तो पूरा कोल्हान सड़क पर उतरेगा. फिर देखेंगे, किसकी ताकत है डैम बनाने की.
हेमंत सोरेन ने कहा रियासत में बनाये गये हर नियम, कानून से आदिवासी-मूलवासी बाहर किये जा रहे हैं. जेपीएससी में यही हुआ है. पुलिस बहाली में सांतवीं से बढ़ा कर मैट्रिक पास कर दी गयी. अादिवासियों-मूलवासियों को बाहर करने के लिए सरकार पुलिस को डंडे की जगह कलम थमा रही है.
उन्होंने कहा संताल परगना में अडाणी को पावर प्लांट के लिए जमीन दी जा रही है. बिजली मिलेगी बांग्लादेश को. सरकार को समझना होगा कि झारखंड अडाणी और अंबानी के लिए नहीं, बल्कि झारखंडियों के लिए बना है. पैसे व बिकाऊ मीडिया का इस्तेमाल कर भाजपा ने हुकूमत हासिल की और अब कारोबारियों के लिए काम कर रही है. दूसरी तरफ, मनरेगा का काम करनेवाले गरीबों पर हक मांगने पर लाठीचार्ज किया जाता है.