भाजपा में बाहरी उम्मीदवारों को टिकट देने का मुखालिफत शुरू हो गया है। जुमेरात को दिन भर पार्टी दफ्तर के सामने मुखालिफत का दौर चला। चतरा से इंदर सिंह नामधारी और कोडरमा से मनोज यादव को टिकट नहीं देने की मुताल्बा कारकुनान कर रहे थे। एक दिन पहले बुध को पार्टी ओहदेदारों की बैठक में खुलकर बाहरी उम्मीदवारों का मुखालिफत किया गया।
शुरुआत साबिक़ एमएलए दिनेश उरांव ने की। पार्टी के लीडरों की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि नए लोग को सीधे टिकट देने से पार्टी में गलत मैसेज जाएगा। कर्कुनान हौसल शुक्नी होंगे। दिनेश उरांव का कई पार्टी ओहदेदारों ने हिमायत किया।
रियासती नायब सदर राकेश प्रसाद, विरंची नारायण समेत कई लीडरों ने बाहरी उम्मीदवारों को टिकट दिये जाने का मुखालिफत किया। एलेक्शन कमेटी से दरख्वास्त की गई मुखालिफत के बाद ओहदेदारों ने रियासती इंतिखाबी कमेटी से दरख्वास्त भी की। कहा गया कि वैसे लीडरों का नाम फेहरिस्त में शामिल नहीं किया जाए, जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं।
या फिर टिकट पाने के लिए भाजपा में आना चाहते हैं। यह भी कहा गया कि कई ऐसे लोगों के नाम टिकट के लिए चर्चा में हैं, जो अब तक पार्टी के मुस्तकिल रुक्न भी नहीं बने हैं। एमपी इंदर सिंह नामधारी, कांग्रेस के साबिक़ वज़ीर मनोज यादव, आइएएस वमिल कीर्ति सिंह और मुखत्यार सिंह, आइपीएस डॉ अरुण उरांव के नाम पर ओहदेदारों ने मुखालिफत जताया। ऐसे कई लीडर हैं, जो टिकट नहीं मिलने पर बवाल कर सकते हैं।
जिनका टिकट कटने की इमकान है, वे दूसरे पार्टियों में इमकान भी तलाश रहे हैं। चर्चा है कि रामटहल चौधरी और ब्रजमोहन राम को टिकट नहीं मिला, तो वे आजसू का दामन थाम सकते हैं। कुछ ऐसे भी लीडर हैं, जिन्हें टिकट नहीं मिला तो खुद को इंतिख़ाब से अलग-थलग कर सकते हैं।