बाग़ीयों की हिमायत मौजूदा सूरत-ए-हाल की वजह :पुटिन

मास्को, १५ सितंबर (राईटर) रूस के सदर ( राष्ट्रपति) व्लादीमीर पुटिन (Russian President Vladimir Putin) ने लीबिया के बिन ग़ाज़ी में पुरतशद्दुद हुजूम (भीड़) के हमले में अमेरीकी सफ़ीर और दीगर ( अन्य) सिफ़ारतकारों की हलाकत ( मौत) पर अफ़सोस का इज़हार करते हुए कहा कि अरब मुल्कों के बाग़ीयों को मिलने वाली मग़रिबी इमदाद ( मदद) ही ऐसे वाक़ियात को जन्म दे रहे हैं।

मिस्टर पुटिन ने कहा कि हम मुसीबत की इस घड़ी में मुतास्सिरीन (पिड़ितो) के कुम्बा के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि इस वाक़िया के बाद तमाम मुल्क मिल कर शिद्दत पसंदी और दहशतगर्दी का मुक़ाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि अरब मुल्कों के इन मुबय्यना बाग़ीयों का असली मक़सद किया है।

हमें लगता रहा है कि उन्हें मिलने वाली मदद से ही ये पूरा ख़ित्ता बोहरान ( मुसीबत) में फंस जाएगा और वाक़ई ऐसा ही हो रहा है। मिस्टर पुटिन ने कहा कि हम ऐसे किसी भी ग्रुप की हिमायत नहीं करते जो किसी भी मुल्क के दाख़िली मसाइल ( अंदुरूनी सम्स्याओं) का हल मुसल्लह ( सशत्र) जद्द-ओ-जहद के ज़रीया करने के ख़ाहिशमंद हैं ।

रूस किसी भी मसले का हल बातचीत के ज़रीया पुरअमन तरीक़े से निकालने का हामी है। सदर पुटिन ने शाम में सदर बशर अल असद की हुकूमत के ख़िलाफ़ बाग़ीयों को मग़रिबी ममालिक की ताईद ( प्रमाण/ पुष्टी) के ख़िलाफ़ भी इंतिबाह दिया और कहा कि शामी हुकूमत के ख़िलाफ़ बाग़ीयों को मग़रिब और चंद अरब ममालिक ( देशो) की ताईद के संगीन नताइज बरामद होंगे।