बिजली पर इज़लास में बत्ती गुल, सीएम भड़के

वजीरे आला जुमेरात को रियासत की बिजली निजाम की ज़ायजा कर रहे थे। इस दौरान बार-बार बिजली कटने से वह आखिरकार नाराज होकर इज़लास से चले गए। इज़लास प्रोजेक्ट भवन के कांफ्रेंस हॉल में बुलाई गई थी। दिन के 11 बजे से दोपहर एक बजे तक चली बैठक में चार बार बिजली कटी। नाराज सीएम ने अफसरों से पूछा कि रांची में इतनी लंबी बिजली क्यों कट रही है? ऐसा क्यों हो रहा है? कोई मॉनिटिरिंग है कि नहीं? कूवत इरादी खत्म हो गई है क्या? प्रेजेंटेशन नहीं दिखाएं, कुछ करके दिखाएं।

सीएम ने अंधेरे में ही बयान खत्म किया। इस दरमियान कुछ लोगों ने तस्वीर खींचनी चाही, तो तूअनाई सेक्रेटरी ने मना किया। इस पर सीएम ने कहा कि खींचने दीजिए जो है वही न दिखेगा। इसके बाद सीएम हॉल से बाहर निकल गए। पूरी बैठक में माइक भी बार-बार बंद होता रहा।

सीएम के कांफ्रेंस हॉल से निकलने के बाद वजीरे आला के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी संजय कुमार आए। उन्होंने बिजली कंपनियों के अफसरों से कहा कि बिजली बार-बार कटी है, इस वजह सीएम साहब गुस्सा होकर निकल गए। उन्होंने कहा-वजीरे आल बिजली बोर्ड का नाम सुनना नहीं चाहते हैं। बोर्ड की चारों कंपनियां आज़ाद तौर से काम करें। तूअनाई कॉर्पोरेशन के कामकाज को भी वजीरे आला ने संजीदगी से लिया।

जब डिस्ट्रीबूशन निगम का प्रेजेंटेशन चल रहा था, तो सीएम ने कहा कि अवाम को बिजली नहीं मिल रही है और प्रेजेंटेशन दिखाया जा रहा है। हर काम को पूरा करने का टार्गेट तय कर बताएं। सीएम के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी ने कहा कि हर हाल में आमदनी की वसूली होनी चाहिए। 265 करोड़ का जो टार्गेट रखा गया है, वह पूरा होना चाहिए।