वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने एक बार फिर 2015 तक बिजली के शोबे में बेहतरी नहीं होने पर वोट नहीं मांगने की अपनी अज़म दोहरायी है। जुमा को 132/33 केवीए के करबिगहिया ग्रिड सब-स्टेशन समेत तूअनाई महकमा की 244 करोड़ की मंसूबों का इफ़्तेताह और 126 करोड़ की मंसूबों के संग-ए-बुनियाद की तकरीब में कहा कि हम थेथर नहीं हैं, जो कह दें और मुकर जाएं। न जाने कहां से मेरे मुंह से लफ्ज़ निकलते हैं। जो बोल दिया है, उस पर अमल करेंगे। बिजली के शोबे में बेहतरी का अज़म कर लिया है और उसके लिए ट्रांसमिशन, तरसिल और पैदावार समेत हर मरहले पर काम हो रहा है। तूअनाई के शोबे में हर दिन हम आगे बढ़ रहे हैं।
वज़ीरे आला ने कहा कि साल 2005 में जब इक्तिदार में आया, तो उस वक़्त रियासत में 750 मेगावाट ही बिजली फराहम की सलाहियत थी। बिजली के तार पर लोग कपड़े सुखाया करते थे। अब वैसी हालत नहीं है। दो हजार मेगावाट से ज़्यादा बिजली रियासत भर में फराहम हो रही है। 2015 तक तकरीबन पांच हजार मेगावाट सलाहियत की हो जायेगी। पहले मर्कज़ी कोटे पर अनहिसार थी। अब बरौनी और कांटी के जदीद के साथ टौसीअ पर काम हो रहा है। नवीनगर में दो हजार मेगावाट, कजरा, चौसा और पीरपैंती में तकरीबन चार हजार मेगावाट पर काम चल रहा है। जरूरत के मुताबिक बाजार से बिजली खरीदी जायेगी। ट्रांसमिशन-तक़सीम के इलाक़े में बेहतरी के लिए मर्कज़ से मिले खुसूसी इमदाद 12 हजार करोड़ में से 9200 करोड़ तूअनाई सेक्टर पर खर्च हो रहे हैं। चारों तरफ से पैसे का इंतिज़ाम किया जा रहा है। जरूरत के मुताबिक ग्रिड सब-स्टेशन और पावर सब-स्टेशन की तामीर होगी।