बिना बताए मेरे शौहर का कर दिया आखिरी रसुमात

नई दिल्ली, 25 मई: मुझे बताए बिना ससुराल वालों ने मेरे शौहर का आखिरी रसूमात अदा कर दिया और उसके बाद कई बार मारपीट कर घर से निकालने की कोशिश की। यह इल्ज़ाम एक खातून ने ससुराल वालों पर लगाया है। खातून की अर्जी पर सुनवाई के बाद मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पंकज अरोड़ा ने थाना पंजाबी बाग एसएचओ को सात दिनों के अंदर एफआईआर दर्ज कर जांच करने की हिदायत दी है।

शकूरपुर रेलवे झुग्गी कैंप की साकिन प्रेमलता ने अर्जी में लिखा है सुरेश कुमार से उसकी शादी 02 फरवरी 2004 को हुई थी। शादी के बाद से ही उसकी सास उसे कम जहेज़ लाने का ताना देती थी। जब वे लोग उससे मारपीट करते तो शौहर उसे बचा लेता था।

लेकिन कुछ दिन पहले सुरेश कुमार बीमार पड़ गये और ससुराल वाले जबरन अस्पताल से छुट्टी दिलाकर गांव ले गए, जहां 29 दिसंबर 2012 को मौत हो गई। इसकी इत्तेला तक उन्होंने उसको नहीं दी।

गाँव में ही आखिरी रसूमात अदा करके दिल्ली आ गए। मुतास्सिरा के वकीलअर्पित बत्रा ने कहा कि दरखास्तगुजार बेवा है और उसकी दो बेटियां हैं। ससुराल वाले हमेशा उससे मारपीट करते हैं। इसलिए प्रेमलता ने अपनी सास, दो जेठ व जेठानी के खिलाफ जहेज़ हरासानी (Dowry harassment) की शिकायत की।