कोलकाता: पश्चिम बंगाल में राज्य सरकार के बिन सुचना के टोल प्लाजा पर सैन्य जवानों की तैनाती पर नाराजगी व्यक्त करने के बाद अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में अमेरिकी जांच एजेंसी के आकस्मिक निरीक्षण और आईएसआईएस से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार मोहम्मद मसीह उद्दीन उर्फ मूसा से पूछताछ किए जाने पर नाराजगी जताई है. सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक सुरजीत कार प्रकायिस्ता ने एनआईए के महानिदेशक शरद कुमार से एफबीआई टीम के कोलकाता आने से संबंधित बात की है.
प्रदेश 18 के अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार ने पूछा है कि आखिर एफबीआई टीम कोलकाता आने से संबंधित पश्चिम बंगाल सरकार को सूचित क्यों नहीं किया गया है.
उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एनआईए और अन्य अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों के बीच समझौता है और एफबीआई के अधिकारियों की कोलकाता आने से पहले बंगाल सरकार को इससे संबंधित सूचना देना जरूरी नहीं है. अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय को भी औपचारिक एफबीआई के अधिकारियों के आगमन से संबंधित कोई सुचना नहीं दी गई थी. मसीह उद्दीन उर्फ मूसा से कोलकाता में अमेरिकी जांच एजेंसी फीडर ब्यूरो इंवेस्टीगेशन (एफबीआई) ने सीरिया में सक्रिय आईएसआईएस के सुल्तान अब्दुल क़ादिर अरमार जिन्होंने दुनिया भर में अमेरिकी संपत्ति और नागरिकों को निशाना बनाने की योजना बनाई थी से संबंधों के बारे में पूछताछ की थी.
यह दुनिया की दूसरी जांच एजेंसी हैं जो मूसा से पूछताछ की गई है. इससे पहले बांग्लादेश की जांच एजेंसी ने एक जुलाई को ढाका के एक बेकरी में हुए विस्फोट में शामिल होने से संबंधित पूछताछ की थी. एन आई ए के सूत्रों के अनुसार एफबीआई की टीम ने मूसा से पांच घंटे तक पूछताछ की थी और उनके सवालों ज्यादातर अरमार से संबंधित थे.
सुल्तान अब्दुल क़ादिर के बारे में कहा जा रहा है कि उनका संबंध उत्तरी कर्नाटक के भटकल है अरमार अमेरिका के उग्रवादी युवाओं से संपर्क करके आईएसआईएस की बहाली कर रहे थे.