बिहार असेम्बली से जतिन राम माँझी मुस्तफ़ी

पटना: बिहार असेम्बली इंतेख़ाबात की तैयारी करते हुए साबिक़ चीफ मिनिस्टर बिहार जतिन राम माँझी ने असेम्बली की रकनीत से इस्तीफ़ा देदिया। उन्हें हिन्दुस्तानी अवाम मोरचा (एच ए एम ) सेकूलर का सदर मुंतख़िब किया गया है। रियासती लेजिस्लेटर असेम्बली से इस्तीफे के फ़ौरी बाद इन्होंने अपनी पार्टी के इजलास से ख़िताब किया।

एक होटल में उनकी पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोरचा (सेकूलर) के क़ौमी नुमाइंदों के इजलास में पार्टी के सीनियर लीडर और साबिक़ वज़ीर ज़रात नरेंद्र सिंह ने माँझी को पार्टी का सदर मुंतख़िब करने की तजवीज़ पेश की और वो पार्टी के क़ौमी सदर की हैसियत से मुत्तफ़िक़ा तौर पर मुंतख़ब करलिए गए।

एच ए एम ( सेकूलर) के तर्जुमान दानिश रिज़वान ने कहा कि जतिन राम माँझी को सदर पार्टी मुंतख़िब करलिया गया है। अपनी सुलझी हुई तक़रीर में साबिक़ चीफ मिनिस्टर ने कहा कि बिहार में तबदीली की हवाएं चल रही हैं और उनकी पार्टी इस तबदीली से फ़ायदा उठाने की कोशिश करेगी।

इन्होंने पार्टी के तमाम रफ़क़ा और वर्कर्स से कहा कि एन डी ए को इक़्तेदार से दूर रखने के लिए सख़्त मेहनत करें। बिहार में इस साल के आख़िर में असेम्बली इंतेख़ाबात होने वाले हैं। 243 रुकनी असेम्बली की मीआद 29 नवंबर को ख़त्म हो रही है। माँझी ने कहा कि दीगर नाम निहाद सेकूलर पार्टियों का एतिमाद इक़तिदार के लिए ज़ात पात की सियासत में मुलव्विस है।