पुलिस के मुताबिक संतोष लगातार अपना फेसबुक स्टेटस अपडेट करता रहा है। उसने फेसबुक के जरिए अपने शूटरों और गैंग के दिगर मेंबर्स से बनाया बनाया हुआ था। दोनों इंजीनियरों का कत्ल का मेन मुकेश झा, संतोष का फेसबुक फ्रेंड है।
संतोष का शार्प शूटर पाठक बीते साल जुलाई तक शिवहर जिले में बंद था। वह शिवहर हॉस्पिटल से इलाज के दौरान फरार हो गया था। माना जाता है कि संतोष के इशारों पर वही उसकी गैंग संभाल रहा है।
पुलिस को यह जानकारी मिलने के बाद कि संतोष झा फेसबुक पर है, साइबर सेल ने इसकी जांच शुरू कर दी कि उसका फेसबुक पेज कौन अपडेट कर रहा है। इस बारे में मुकम्मल तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता कि संतोष खुद सलाखों के पीछे से फेसबुक का इस्तेमाल कर रहा है।
पुलिस का कहना है कि संतोष झा ने परशुराम सेना बनाकर बिहार और नेपाल के कारोबारियों और सड़क के ठेकेदारों को निशाना बनाना शुरू किया था।