अपोज़ीशन बी जे पी और आर जे डी ने रियासती एसेंबली में शोर व गुल का सिलसिला जारी रखते हुए हुकूमत मुख़ालिफ़ नारा बाज़ी की जिस के बाद ऐवान की कार्रवाई को खत्म करना पड़ा।
इनका कहना था कि रियासत में नज़म-ओ-नसक़ की सूरत-ए-हाल इंतिहाई अफ़सोसनाक होचुकी है जिस का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि नरेंद्र मोदी की रैली पर दहशत गर्दाना हमले हुए। याद रहे कि बिहार एसेंबली के छः रोज़ा सरमाई सेशन का आज दूसरा दिन था लेकिन अपोज़ीशन के शोर गुल की वजह से ऐवान में कोई कार्रवाई चलाई नहीं जा सकी।
ऐवान की कार्रवाई का वकफ़ा-ए-सवालात के ज़रिया जैसे ही शुरु हुआ, बी जे पी और आर जे डी अरकान एहतिजाज करते हुए ऐवान के वस्त तक पहुंच गए। अपोज़ीशन क़ाइद नंदकिशोर यादव ने स्पीकर उदय नारायण चौधरी से दर्ख़ास्त की कि वो सिलसिला वार बम धमाकों पर बहस के लिए ऐवान की दीगर कार्यवाईयों को खत्म करदें।
याद रहे कि सिलसिला वार बम धमाके 7 अक्तूबर को पटना में नरेंद्र मोदी की इंतिख़ाबी रैली में हुए थे जिन में सात अफ़राद और एक दहशतगर्द हलाक होगए थे। आर जे डी लेजिस्लेचर्स ने रियासत में नज़म व नसक़ की बिगड़ती हुई सूरत-ए-हाल पर ज़बर्दस्त एहतिजाज किया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने एहितजाजी मुज़ाहरा करनेवाली तालिबात पर भी लाठी चार्ज किया जो ज़ुल्म-ओबरबरियत के मानिन्द है। उन तालिबात का ताल्लुक़ एक मुक़ामी कॉलेज से था। एहितजाजी लेजिस्लेचर्स ने हुकूमत मुख़ालिफ़ और वज़ीर-ए-आला मुख़ालिफ़ नारे लगाए जबकि वज़ीर-ए-आला नीतिश कुमार ऐवान में मौजूद नहीं थे। एहितजाजी लेजिस्लेचर्स को पुर सकून करने के जब तमाम हरबे नाकाम होगए तो स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने दोपहर 2:30 बजे तक ऐवान की कार्रवाई मुल्तवी करदी।
ऐवान की कार्रवाई जब दुबारा शुरू हुई उस वक़्त भी सूरत-ए-हाल क़दरे मुख़्तलिफ़ ना थी बल्कि एहतिजाज का सिलसिला फिर शुरू होगया।