रामनवमी के अवसर पर बिहार और पश्चिम बंगाल में छिड़ी हिंसा ने राजनीतिक रूप ले लिया है। केंद्र की सरकार ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के लिए वहां की सीएम ममता बनर्जी पर सीधे-सीधे निशाना साधा है, लेकिन वहीं बिहार में गठबंधन की सरकार होने की वजह से भाजपा मौन है।
राजनीतिक दलों में ये चर्चा है कि सरकार तृमूल कांग्रेस से मामले में भेदभाव कर रही है। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने ममता का साथ दिया है, साथ ही भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। मायावती ने केंद्र सरकार पर बिहार और बंगाल में हो रहे दंगों को लेकर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है।
मायावती ने सीधे-सीधे आरोप लगाया है कि बंगाल और बिहार में दंगे के मामले में केंद्र सरकार दोहरा रवैया अपना रही है और ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार है जबकि बिहार में बीजेपी गठबंधन की सरकार है। मायावती द्वारा बचाव करने के लिए ममता बनर्जी ने उनको शुक्रिया कहा है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह के हथियार यात्रा बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा बंगाल में निकाली गई है, बिल्कुल वैसे ही हथियार को लेकर कासगंज में भी लोग निकले थे। उसी के चलते वहां दंगा हुआ था, लेकिन केंद्र सरकार दोहरा मापदंड अपना रही है।
केंद्र में बिहार में दंगों पर रिपोर्ट तक नहीं मांगी जाती वहीं बंगाल से रिपोर्ट मंगाई जा रही है। तृणमूल सरकार के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है।
मायावती ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि हथियार लेकर निकलना और हथियार लहराना भाजपा में फैशन बनता जा रहा है। किसी भी पार्टी को कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं होनी चाहिए।
कानून व्यवस्था बिगाडऩे के जिम्मेदार कार्यकर्ताओं पर अंकुश लगाने के बजाए यूपी के सीए योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोहरे मापदंड अपनाते हुए ऐसे तत्वों को बढ़ावा दे रहे हैं। भाजपा ने ऐसे हालात पूरे देश में पैदा कर दिए हैं।