गोपालगंज : वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने कहा की बिहार के हर गांव को शहर की तरह बनायेंगे. ढाई सौ की आबादी वाले गांवों को पक्की सड़क से जोड़ कर घर-घर पीने के पानी के लिए नल, पीसीसी सड़क, नाला, बिजली की सहूलत दस्तयाब करायेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार के तरक्की के लिए भाजपा, कांग्रेस और दीगर पार्टी भी सदन में मदद करें. सीएम गोपालगंज से 12 किमी दूर गंडक नदी पर गोपालगंज और बेतिया को जोड़ने के लिए 548 करोड़ की लागत से 1920 मीटर लंबे पुल के इफ्तिताह तकरीब को खिताब कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शहर जैसी सहूलत जब गांवों को मिलेगी, तो गांव शहर जैसा देव्लोप होगा. सीएम ने कहा कि इस मंच पर भाजपा के कई लीडर और एमपी मौजूद हैं. बिहार को खुसूसी रियासत का दर्जा के लिए जब मैं मर्क़ज़ में कृषि वजीर था तो बिहार की राजद सरकार ने परपोजल भेजा था.
मैंने भी कोशिश किया था, पर नहीं हो सका. कांग्रेस की हुकूमत मर्क़ज़ में आयी. मैंने बिहार से खुसूसी रियासत का दर्जा का मुद्दा उठाया. मेरी बात को अनसुना किया गया. खुसूसी रियासत का दर्जा मिलने से बिहार में कल-कारखाना लगाने में टैक्स नहीं लगेगा. उद्योगपति बिहार में निवेश करेंगे. बिहार के बच्चों को नौकरी के लिए किसी दीगर रियासत में ठोकर नहीं खाना होगा. दूसरे प्रदेश के लोग यहां नौकरी के लिए आयेंगे.
उन्होंने मंच पर बैठे गोपालगंज के एमपी जनक राम, बेतिया के एमपी संजय जायसवाल से दरख्वास्त की कि वे सदन में बिहार के तरक्की के लिए आवाज बुलंद करें. सभा को नायब वज़ीरे आला तेजस्वी यादव, गन्ना उद्योग मंत्री, विधायक नेमतुल्लाह, कुचायकोट के एमएलए अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय, हथुआ के एमएलए रामसेवक सिंह, भाजपा एमएलए सुबास सिंह, जिला सदर प्रमोद पटेल, साबिक एमएलए रेयाजुल हक राजू, युवा राजद लीडर प्रदीप देव, इम्तेयाज अली भुट्टो, पिंटू पांडेय वगैरह ने खिताब किया.