लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच भले ही सीटों का तालमेल हो गया हो, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सबकुछ ठीक नहीं है।
सम्मानजनक सीट नहीं मिलने से नाराज राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मोदी सरकार में मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद रालोसपा के महागठबंधन में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई है।
Delhi: Union Minister and RLSP Chief Upendra Kushwaha meets Loktantrik Janata Dal leader Sharad Yadav pic.twitter.com/O5SOfz7Hqq
— ANI (@ANI) November 12, 2018
पटना से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे, लेकिन दिल्ली आने के बाद वह शरद यादव से सबसे पहले मिले हैं। ज्ञात हो कि बीते दिनों उनकी मुलाकात बिहार बीजेपी के प्रभारी भूपेंद्र यादव से भी मुलाकात हुई थी।
इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने शुक्रवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हमें लोकसभा चुनाव में तीन सीट से अधिक मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने तय नहीं किया है कि हम कितनी सीटों पर मानेंगे, लेकिन हमें तीन से अधिक सीटें चाहिए।
उन्होंने दलील दिया कि हमारी ताकत पिछले चुनाव से ज्यादा हुई है, इसलिए इसका आकलन कर हमारी पार्टी को सीट देनी चाहिए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी कुशवाहा को दो से अधिक सीट देने के मूड में नहीं है।
उसमें से भी एक आरएलएसपी से बागी तेवर अपना चुके जहानाबाद सांसद अरुण कुमार को दी जाएगी। ऐसे में कुशवाहा को एक ही सीट देने की बात हुई है।
ज्ञात हो कि मुजफ्फरपुर में हाल ही में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुशवाहा ने नीतीश से पूछा था, ‘आपको भले ही जरूरत हो या नहीं, लेकिन प्रदेश की जनता आप से यह जानना चाहती है कि आपके ‘डीएनए’ की रिपोर्ट क्या है? वह आई या नहीं आई? आई तो क्या रिपोर्ट है?’