बिहार के नताइज के क़त-ए-नज़र माशी इस्लाहात का अमल जारी

नई दिल्ली: ये इशारा देते हुए कि बिहार में एन डी ए की शिकस्त से अपोज़िशन का इत्तेहाद मज़ीद मज़बूत हो सकता है मर्कज़ी वज़ीर फाइनेंस‌ अरूण जेटली ने आज कहा कि ये इत्तेहाद माशी इस्लाहात के जा रिया अमल पर असर अनदज़ नहीं होगा। इन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि बिहार के नताइज माशी इस्लाहात के लिए एक धक्का साबित होंगे बल्कि ये तेज़ रफ़्तारी के साथ जारी रहेंगे।

ये एतराफ़ करते हुए कि बिहार में इंतेख़ाबी मुहिम के दौरान बाज़ बी जे पी लीडरों के ग़ैर ज़िम्मेदार‌ ब्यानात अवाम के ज़हन तब्दील कर दिए । मिस्टर अरूण जेटली ने कहा कि असेम्बली इंतेख़ाबात में अज़ीम इत्तेहाद की सबसे अहम वजह अपोज़िशन का इत्तेहाद था जबकि 243 रुकन बिहार असेम्बली में हुक्मराँ एन डी ए को 58 नशिस्तें (बी जे पी 53) और अज़ीम इत्तेहाद को 178 नशिस्तें हासिल हुईं हैं।

ये दरयाफ़त किए जाने पर-बिहार के नताइज नरेंद्र मोदी हुकूमत की पालिसीयों पर रैफ़रंडम तसव्वुर किया जा सकता है ? मिस्टर अरूण जेटली ने कहा कि लफ़्ज़ रैफ़रंडम अपनी अफादियत और मफ़हूम खो चुका है। हर एक इलेक्शन रैफ़रंडम नहीं हो सकता। क्योंकि किसी एक ख़ास मौज़ू पर इंतेख़ाबी मुक़ाबला नहीं किया जा सकता।

इन्होंने कहा कि राय दहिंदों ने बी जे पी से पहलूतिही इख़तियार नहीं की बल्कि उसका मसतहक़ा मुक़ाम दिया है लेकिन मुतज़ाद अपोज़ीशन जमातों के इत्तेहाद ने पाँसा पलट दिया है कि अज़ीम इत्तेहाद को ज़बरदस्त कामयाबी हासिल हुई है। मारज़ अलतवा गुड्स एंड सर्विस टैक्स बिल पर इन्होंने ये उम्मीद ज़ाहिर की कि नितीश कुमार हुकूमत भी इस बिल की ताईद करेगी क्योंकि बिहार में भी काबुल लिहाज़ सारफ़ीन पाए जाते हैं।

इन्होंने बताया कि मर्कज़ के मालना मआशी पैकेज के मुताबिक़ बिहार की तरक़्क़ी के लिए मुम्किना तआवुन किया जाएगा|