बिहार के वजीरे आला जीतन राम मांझी ने एक मुतनाज़ा बयान दिया है। मांझी जहानाबाद में एक प्रोग्राम के दौरान कहा कि बिजली नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाने वालों को मैं कहना चाहता हूं कि सिर्फ आपके वोटों से जीत कर मैं यहां तक नहीं पहुंचा हूं। हम आपके वोटों से नहीं जीतते हैं।
दरअसल जीतन रात मांझी लोगों को खिताब कर रहे थे और उसी वक़्त कुछ लोगों ने ‘बिजली नहीं तो वोट नहीं’ का नारा लगाया तो इस बात पर वजीरे आला भड़क गये और मुतनाज़ा बयान दे दिया। मांझी ने कहा कि मैं आपलोगों के भीदड़ भपकी से ड़रने वाला नहीं हूं। आप अगर वोट नहीं देंगे तो भी मेरा कुछ नहीं बिगड़ने वाला है। आपके तेवर से यह लगता है कि आपलोग मुझे वोट नहीं देते हैं।
जुमेरात को मखदुमपुर ब्लॉक के झमनविगहा गांव में साबिक़ मरकज़ी वज़ीर महरूम उपेंद्रनाथ वर्मा की मूर्ति के इफ़्तिताह पर मुनक्कीद प्रोग्राम में वजीरे आला जीतन राम मांझी बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक हर एक गांव में बिजली पहुंचेगी। इसके लिए हुकूमत बड़ी ज़ोर शोर से पर काम कर रही है।
इजलास में वजीरे आला ने कहा कि नीतीश बाबू ने कहा था कि बिजली नहीं देंगे, तो वोट मांगने नहीं जायेंगे। यह बात पूरी तरह से सही है, हर गांव तक बिजली पहुंचाने के लिए हुकूमत अज़म है। उन्होंने कहा कि उपेंद्रनाथ वर्मा शोसलिस्ट नज़रिये के फर्द थे। वर्मा जी के नज़रिये को अपने ज़िंदगी में इंतेजाम करना होगा। वर्मा जी लोहिया नज़रिये के थे। सियासत के आला सरबराही तक पहुंचनेवाले वर्मा जी ने ज़िंदगी भर गरीबों के फ्लाही के लिए काम किया। उनकी पैदाइश के दिन को रियासती तकरीब के तौर में मनाया जायेगा।
वजीरे आला ने कहा कि हम अपनी जिम्मेवारियों को समझते हैं और रियासत के तरक़्क़ी के लिए पूरी तरह से पाबंद हैं। उन्होंने कहा कि हुकूमत को आगे बढ़ाने के लिए कई तरह की मंसूबे चला रही हैं। इसी का रिजल्ट है कि आज बच्चियां सैकड़ों की तादाद में स्कूल जा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि लोग मुत्तहिद होकर हुकूमत को तावून करें, तभी तरक़्क़ी की रफ्तार और तेज होगी।