पटना: एक मुसल्लह शख़्स ने बिहार के साबिक़ वज़ीर एजाजुल-हक़ पर यहां उनकी क़ियामगाह में हमला करके शदीद ज़ख़मी कर दिया। वो बदनाम-ए-ज़माना सियासतदां मुहम्मद शहाबुद्दीन के बिरादर-ए-निसबती हैं। पुलिस ने असल मुल्ज़िम राघुवेन्द्र सिंह को पड़ोसी ज़िला भोजपूर से गिरफ़्तार करलिया और उसकी तहवील से SUV और एजाज़ुल-हक़ का लाईसेंस याफ़ता रीवोलवर ज़ब्त करलिया जिसे कल शब इर्तिकाब-ए-जुर्म के बाद हमला आवर लेकर फ़रार होगया था।
पटना के सीनियर पुलिस सुप्रिटेंडेंट विकास वैभव ने बताया कि साबिक़ वज़ीर को शदीद ज़ख़मी हालत में हॉस्पिटल में शरीक करवा दिया गया है और उनका एक बयान रिकार्ड करलिया गया। हमले के वाक़िये की तफ़सीलात बताते हुए मिस्टर वैभव ने बताया कि राघुवेन्द्र सिंह कल शब इलाक़ा आशयाना नगर में रॉयल कोर्ट अपार्टमंट्स की तीसरी मंज़िल पर वाक़्य एजाज़ुल-हक़ की क़ियामगाह पहुंचा चूँकि एक दूसरे को जानते थे उन के दरमियान किसी बात पर बेहस-ओ-तकरार हुई जिस के बाद सिंह ने एजाज़ुल-हक़ को चाक़ू घोंप दिया और उनकी SUV कार और रीवोलवर लेकर फ़रार होगया।
शदीद ज़ख़मी साबिक़ वज़ीर को हॉस्पिटल में शरीक करवा दिया गया और पुलिस की ख़ुसूसी टीमों ने तलाशी कार्रवाई करते हुए पड़ोसी ज़िला भोजपुर के इलाक़ा बरहारा से हमलावर को गिरफ़्तार करलिया। उन्होंने बताया कि हमला के पसेपर्दा मुहर्रिकात का पता चलाने में रघुवेंद्र सिंह से पूछताछ जारी है।
मिस्टर एजाज़ुल-हक़ बिहार में 1990 और 2005 के दरमियान आर जे डी दौर-ए-हकूमत में सरगर्म लीडर थे और साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर्स लालू प्रसाद और राबड़ी देवी काबीना में वज़ीर भी रहे। उन्होंने साल 2010 में आर जे डी से इस्तीफ़ा दे दिया था वो मुजव्वज़ा असेम्बली इंतेख़ाबात में मुक़ाबले की तैयारी में थे।