बिहार के साबिक वज़ीर ए आला रामसुंदर दास का इंतेक़ाल

बिहार के साबिक वज़ीर ए आला और रुलिंग पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के लीडर राम सुंदर दास का जुमे के रोज़ पटना में 94 साल की उम्र में इंतेक़ाल हो गया।

खानदान के रुकन के मुताबिक, दास ने जुमे के रोज़ पटना मेडिकल कॉलेज में आखिरी सांस ली। दास एक दलित लीडर थे। वह 70 साल की उम्र में 1991 में पहली बार लोकसभा के लिए मुंतखिब किये गए थे। दास के दो बेटे और एक बेटी है।

कुछ साल पहले उनकी शरीक ए हयात भी दुनिया से गुज़र चुकी है दास के इंतेक़ाल पर गम ज़ाहिर करते हुए वज़ीर ए आला नीतीश कुमार नीतीश कुमार ने कहा,दास का इंतेकाल पार्टी, बिहार और खुद मेरे लिए ज़ाती तौर पर बहुत बड़ा नुकसान है।

दास खुद किसी जगह पर बिना किसी सहारे के आ-जा नहीं सकते थे। उन्होंने 2014 में लोक जनशक्ति पार्टी के सरबराह राम विलास पासवान के खिलाफ लोकसभा इंतेखाबात लड़े थे लेकिन हार गए थे। जद (यू) के एक लीडर ने कहा कि, गुजश्ता साल वह लोकसभा में सबसे ज़ईफ रुकन थे और वह शायद लोकसभा के इंतेखाबात में भी सबसे उम्र दराज़ उम्मीदवार थे। वह जनता पार्टी की हुकूमत में 1979 में बिहार के वज़ीर ए आला रहे थे।