पटना :बिहार के 60 दलित छात्र जो ओडिसा में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं, ने खुदकशी की धमकी दी है। उनका इलज़ाम है कि बिहार सरकार ने उनका भत्ता कॉलेजों को भेजना बंद कर दिया है। इस वजह उन्हें कॉलेज छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
साल 2014 में बिहार सरकार की दलित स्टूडेंट्स भत्ता स्कीम के तहत भुवनेश्वर के राजधानी इंजीनियरिंग कॉलेज में इन 60 स्टूडेंट्स का दाखिला हुआ था। स्तुसेन्ट्स का इलज़ाम है कि बिहार सरकार की ओर से शुरुआती छह महीने के बाद कॉलेज को आने वाला भत्ता रोक दिया गया। इस सिलसिले में कॉलेज की तरफ से कई पत्र भी लिखे गए लेकिन कोई जवाब भी नहीं दिया जा रहा है।
दलित स्टूडेंट स्टाइपेंड स्कीम के तहत राज्य सरकार हर स्टूडेंट्स को सालाना 1.1 लाख रुपये देती है। इन 60 स्टूडेंट्स में से एक गजेंद्र कुमार ने बताया, कॉलेज मोहकमा ने हमें मजबूर किया कि हम ये संस्थान और हॉस्टल 8 जनवरी तक छोड़ दें। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार की ओर से भत्ता नहीं दिया जा रहा है। एक दूसरे स्टूडेंट मुकेश कुमार ने एक अंग्रेजी अखबार को फोन पर बताया कि प्रिंसिपल ने हमें कहा, आप लोग अपने ड्यूज यहां से क्लीयर करवा लें।