बिहार को कुछ नहीं मिला, मर्क़ज़ी बजट धोखा : लालू

पटना : राजद सरबराह लालू प्रसाद ने कहा है कि मर्क़ज़ का बजट सिर्फ धोखा है. बिहार के लिए इसमें कुछ नहीं है. वे पीर को 10, सर्कुलर रोड वाके रिहाईशगाह पर प्रेस कांफ्रेंस को खिताब कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कहां गया बिहार का सवा लाख करोड़ का खुसूसी पैकेज? ब्लैक मनी वालों का बजट बताते हुए उन्होंने कहा कि मनरेगा में पैसा बढ़ाने की बात कर रहे हैं और रियासतों को 40 फिसद रक़म देने का शर्त लगा दिये हैं. कल कहेंगे रियासत ने खर्च नहीं किया, इसलिए रियासतों को पैसा नहीं मिलेगा. मुल्क में सामाजिक कशीदगी की वजह बुनियादी इन्फ्रास्टररक्चर में 75 फिसद की गिरावट आयी है. लालू प्रसाद ने कहा कि अमन के बिना मुल्क की तरक्की नहीं हो सकता है. मुल्क का इम्पोर्ट 14 माह में घटा है. स्टील का प्रोडक्शन घटा है. इंडस्ट्री डेवलोपमेंट कम हुआ है. रेल का तो बुरा हाल है. उन्होंने कहा कि मर्क़ज़ी हुकूमत ने नौजवानों को ठगा है.

अब मर्क़ज़ कहता है कि हसुंआ-खुरपी बनाओ. नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर मुल्क को कंगाल बनाने का इल्ज़ाम लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनका मुद्दत 2019 तक है और वे बजट 2020-22 का पेश कर रहे हैं. मुल्क की अवाम इन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है. इस बजट में बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि दावा किया गया है कि 2020 तक किसानों की आमदनी दोगुनी कर दी जायेगी.

उन्हें बताना चाहिए कि आखिर यह कैसे होगा? क्या वे किसानों के अनाज की कीमत दोगुनी करेंगे? बजट को जुमलेवाजी बताते हुए उन्होंने कहा कि फसल बीमा पर 36 हजार करोड़ खर्च होंगे और अलोटमेंट 5500 करोड़ का ही किया गया है.

लालू प्रसाद ने कहा कि नमामी गंगा का जिक्र तक नहीं है. कहां गइली हमार गंगा माई? गंगा माई अब तू ही इंसाफ करअ. गंगा सफाई मंसूबा की बड़ी-बड़ी बात की गयी थी, लेकिन, बजट में जिक्र तक नहीं है.

उन्होंने कहा कि इस बजट में अवाम के साथ धोखा किया गया है. मर्क़ज़ी हुकूमत की ही रिपोर्ट है कि मुल्क में हर तीसरा आदमी बिना ज़मीन के है. 51 फिसद दिहारी मजदूर हैं. बड़ी तादाद में लोग भीख मांग कर ज़िन्दगी गुज़र बसर कर रहे हैं. बजट में ऐसे लोगों का कोई जिक्र नहीं है.