बिहार : नितीश कुमार ‘कन्हैया’ के विचार से असहमत

पटना: जनता दरबार के बाद संवाददाता सम्मेलन में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कन्हैया कुमार के विचार पर असहमति जताई और उन्होंने कहा कि शराब पीना और इसका व्यापार करना लोगों का मौलिक अधिकार नहीं है। उन्होंने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि संविधान में भी लिखा है कि शराबबंदी के लिए राज्य सरकारें कदम उठाएं। आपको बता दें कि जेएनयू छात्रसंघ कन्हैया कुमार ने कहा कि “शराबबंदी व्यक्तिगत स्वतंत्रता के खिलाफ है। यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अंग नहीं है”। इस ब्यान पर नितीश कुमार असहमति जताई और कहा कि “मैं जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के इस विचार से असहमत हूं”.

नितीश कुमार ने कहा कि कन्हैया जब मुझसे मिलने आए तो मैंने उन्हें  शराब बंदी से संबंधित पूरी बात बताई। लेकिन कभी-कभी एसा भी होता है जब किसी को विषय की पूरी जानकारी नहीं होती है तो वे इस तरह की बात कहते हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि 10 मई को महिला समूह के कार्यक्रम में धनबाद जाऊंगा। बिहार के ब्रांड अम्बेस्डर के सवाल पर कहा कि हर बिहारी यहां का ब्रांड अम्बेसडर है। बिहारी जहां भी हैं किसी पर बोझ नहीं हैं। लोगों का बोझ उठाते हैं। देश की प्रगति में हर बिहारी अपना सहयोग देते हैं।