बिहार पुलिस की कठोरता: पैर-हाथ से लाचार कैदी को अस्पताल में भी लगा रखी है हथकड़ी

पटना:बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में महावीर बैठा नामक कैदी जो कि बगहा जेल का बंदी है. इसके पैर और हाथ दोनों फ्रैक्चर होने पर इसे पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में हथकड़ी लगाकर इलाज किया जा रहा है.यह मामला मानवीय संवेदनाएं को तार-तार करती है कि इमरजेंसी वार्ड में भी भर्ती कैदी का हथकड़ी लगाकर इलाज किया जा रहा है.

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

ETV के ख़बरों के अनुसार, इस कैदी का नाम महावीर बैठा है जो कि बगहा जेल का बंदी है. इसके पैर और हाथ दोनों फ्रैक्चर होने पर इसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है.

कैदी महावीर बैठा पिछले 9 अगस्त से पीएमसीएच में भर्ती है, लेकिन इसका इलाज हथकड़ी लगाकर ही कियाजा रहा है. जबकि यह ना तो चल सकता है और ना ही दौड़ सकता है, क्योंकि पैर में ट्रैक्शन लगा है.
ईटीवी के कैमरे में लगातार तस्वीरें कैद होती रहीं, लेकिन नींद के आगोश में लेटे सुरक्षाकर्मी को जरा भी भनक तक नहीं लगी.
अस्पताल की तस्वीरें अपने आप में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने के लिए काफी हैं,क्योंकि शरीर से लाचार मरीज को मवेशी की तरह बेड़ी से जकड़ कर रखा गया है. वहीं, सुरक्षाकर्मी दिन में ही खर्राटे भर रहा है.
वहीं सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी गोल-मोल बातें कर अपनी गलती छुपा रहे हैं. सबसे बड़े अस्पताल की ये तस्वीर कानून के रखवाले पर ही नहीं, बल्कि मानवता पर भी सवाल खड़ा कर रहा है. जहां संवेदनहीनता के साथ-साथ मानवाधिकार का भी साफ-साफ उल्लंघन हो रहा है.