पटना: बिहार एसेम्बली के बजट सेशन की शुरुआत जुमेरात को गवर्नर रामनाथ कोविंद के तक़रीर से हुई. दोनों एवानों की मुश्तरका बैठक को खिताब करते गवर्नर ने साल 2016-17 के दौरान रियासती हुकूमत की मौजूदा मंसूबा का खांका खींचा. करीब डेढ़ घंटे के खिताब में उन्होंने नौजवान, खातून, सिविलियन सिक्यूरिटी, तालीम, सेहत, तूअनाई, पीनी के पानी, सड़क तामीर, देहि तरक्की समेत तमाम शोबों की तमाम अहम् मंसूबों की चर्चा की.
किस-किस शोबे में रियासती हुकूमत रोजगार देगी, इसकी जानकारी भी दी. उन्होंने कहा कि रियासत में आबादी के तनासिब में पुलिस फ़ोर्स की तादाद को कौमी मेयार तक पहुंचाने के लिए डीएसपी से सिपाही तक के 43 हजार 761 ओहदे पर बहाली की जायेंगी. यह बहाली पांच फेज़ में होगी. मौजूदा माली साल में सिपाही के अलावा दारोगा के 1140 ओहदे पर बहाली की कार्रवाई जल्द शुरू होगी.
गवर्नर ने तक़रीर में वज़ीरे आला नीतीश कुमार के सात अहदों से जुड़ी तमाम मंसूबों का भी तौसिह से जिक्र किया. गवर्नर ने कहा कि पांच सालों में बिहार को मुल्क के तरक्की रियासतों के ज़मरे में लाने के लिए हुकुमत के प्रोग्राम 2015-2020 तैयार किया गया है. हुकूमत के टारगेट को पाने के लिए ‘देव्लोप बिहार के साथ अहद’ को बुनियाद बनाया. इसके लिए बिहार तरक्की मिशन की तशकील किया गया. एग्रीकल्चर रोड मैप, इंसानी वसायल तरक्की मिशन, कौशल विकास मिशन और इंडस्ट्री प्रोत्साहन और इन्वेस्ट से जुड़ी तमाम मंसूबे आगे भी जारी रहेंगी. उन्होंने रियासत में शराबबंदी की पालिसी को सख्ती से लागू करने के उपायों का भी ज़िक्र किया.