बिहार: बाइक एक्सीडेंट से हुआ विवाद, शहजाद अंसारी के परिवार पर जानलेवा हमला

पूर्णिया: ज़िला पूर्णिया के प्रखण्ड जलालगढ़ के पीपरपांती गाँव का निवासी मोहमद शहजाद अंसारी और उसके परिवार पर लगभग 10 उग्र लोगों ने 27 मई की रात 8 बजे हमला कर दिया. इस हमले की वजह 2-3 दिन पहले हुए एक बाइक एक्सीडेंट बताया जा रहा है.

स्थानीय निवासी के अनुसार 2-3 दिन पहले एक बाइक एक्सिडेंट में शहजाद अंसारी की तनवीर आलम (कुलहैया) नामक एक व्यक्ति से नोक झोंक हो गया था, उस समय कुछ लोगों ने शहजाद अंसारी को मारने की धमकी दी थी. शाहज़ाद अंसारी ने उसको नज़र अंदाज़ कर दिया था. लेकिन पिछली रात उसके घर के बाहर कुछ 10 अज्ञात लोगों ने मुंह पर कपड़ा बांध कर एकत्रित हुए, इस जमघटे की आहट ने शहजाद अंसारी की होश उड़ा दिए और वह घबरा कर घर छोड़ भाग खड़ा हुआ उसने इस बात की जानकारी अपने परिवार के सदस्यों को दी (जिसमें 4 महिलाएं और 3 बच्चे और 2 आदमी समेत 9 लोग हैं) वे बस्ती की ओर अपनी जान बचाने के लिए दौड़ा तो उसके पीछा कुछ 10 लोगों ने किया लेकिन वे नाकाम रहे, साथ ही उसके भाई पर भी हमला किया जिस में उसको चोट लगी लेकिन वह भी बच निकलने में कामयाब रहा. खबर के अनुसार उसके भाई और बीवी बच्चे का भी पीछा किया गया लेकिन पास के  क़ब्रिस्तान टोला में जाकर उसने अपनी जान बचाई और शोर मचाया जिस से पूरे पीपरपांती गाँव के लोग इकठठे  हो गए. आपको बता दें कि उनका घर नदी किनारे है और वहां आस पास कोई घर नहीं है.

मोहम्मद इम्तियाज़ अंसारी ने बताया कि एकम्बा पंचायत में 44 परसेंट मुस्लिम आबादी है जिसमें दो बिरादरी के लोग (अंसारी और कुलहैया) हैं . इसका काफी राजनीतिकरण इस पंचायत चुनाव में हुआ है जिसमें ‘कुलहैया’ और ‘अंसारी’ के प्रतियाशी ने वोट युनाईट करने के लिए काफ़ी सिजिशें की थी जिसमें वे कामयाब रहे, लेकिन इसका बुरा प्रभाव इस समाज पर पड़ा है जिसका खमियाजा  यहाँ की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है यह मामला भी उस राजनीतिकरण से फूट पड़ने के बाद के बिखराव का नतीजा है.

पूर्व वार्ड सदस्य मंजर अंसारी उर्फ़ मैन्टू अंसारी ने बताया कि जलालगढ़ थाना अधिकारी को इस पूरे  मामले की जानकारी फोन पर दी गई लगभग आधे घंटे में सेंकडो फोन कॉल किए गए बावजूद इसके उसने कोई रेस्पोंस नहीं लिया जब उसे गाँव वालों ने धरना और पर्दर्शन का धमकी दिया तो वह करीब दो ढाई घंटे के बाद आये और उसने यह कहा कि थाणे में एक कम्प्लेन सुबह दे दीजये. फिर छानबीन करते हैं, लेकिन उसने दोबारा मौके वारदात का जायजा नहीं लिया.

उल्लेखनीय है कि पीपरपांति गाँव से पुलिस स्टेशन लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर है जबकि यहाँ एक 100 साल पुराना मार्किट खताहाट भी है जहां आये दिन इस तरह के वारदात होते रहते हैं अभी पिछले दिनों एक वारदात ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया था जिसके बाद कारोबारियों ने जलालगढ़ थाने में धरना पर्दर्शन कर खाताहाट में पुलिस चौकी की स्थापना की मांग की थी लेकिन बावजूद उसके प्रशाशन ने यहाँ के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं किया जिस कारण इस गाँव में उपद्रवी लोग इस तरह की घटनाओं को आसानी से अंजाम देते हैं.

(स्थानीय “सियासत” संवादाता)