बाढ़ से बेहाल लोग चूहे खाने को मजबूर, 40-50 रुपए किलो बिक रहे चूहे

पटना: बिहार में बाढ़ से हालात इतने बदत्तर हो चुके हैं कि लोग भूख मिटाने के लिए चूहे खाने को मजबूर हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों खासकर कोसी और सीमांचल में हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं. कोसी नदी के पानी से घिर चुके लोगों के लिए खाने की व्यवस्था करना एक बड़ी समस्या बन गई है. जिसके बाद सहरसा जिले के कई गांवों में लोग अब चूहे खाकर अपनी भूख मिटा रहे हैं.

बाढ़ से पीड़ित लोगों का कहना है, ‘’हम कोसी नदी के पानी से घिर चुके हैं. बाजार की ओर जाने वाले सभी रास्तें बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं. हमारे पास अनाज का एक दाना भी नहीं बचा है ऐसे में हमें चूहों को ही पकाना पड़ रहा है.’’ खेतों में पानी भर जाने के चलते बड़ी संख्या में चूहे गांव की ऊंची जमीन पर शरण लेने पहुंच गए हैं. बारिश में घिरे गांव के ही कुछ लोग दिनभर चूहे पकड़ते हैं और उसे 40 से 50 रुपए किलो बेच रहे हैं. गांव के रहने वाले बेचन सादा का कहना है, ‘’वह दिन भर में 10-12 किलो चूहा पकड़ लेता है. बेचन की तरह और भी है जो चूहा मारकर बेचते हैं और जो नहीं बिकता है वह घर में बनाकर खा लेते हैं.’’