बिहार- मासूम बच्चियों के साथ हैवानियत, बालिका गृह में 29 से रेप की पुष्टि, मचा हंगामा

पीएमसीएच की मेडिकल रिपोर्ट से अब ये बात साबित हो गई है कि मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह में मासूम बच्चियों के साथ हैवानियत हुई थी। उनके साथ ज्यादती हुई थी, यौन शोषण किया गया। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि कुल 42 बच्चियों में से 29 बच्चियों के साथ बलात्कार हुआ था।

विपक्ष का नीतीश पर वार

जिस घटना के सामने आने के बाद से पटना से लेकर दिल्ली तक विरोध-प्रदर्शन हुआ। सड़क से लेकर सदन तक सवाल उठे। जाहिर है उसपर सियासत भी गर्म होगी। सो नेता प्रतिपक्ष ने मेडिकल रिपोर्ट आने के साथ ही एक बार फिर से सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह के संचालक बृजेश ठाकुर चुनाव लड़ चुके हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके चुनाव प्रचार में भी जा चुके हैं၊ उन्होंने कहा कि गृहमंत्री होने के नाते नीतीश कुमार पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं।

बख्शे नहीं जाएंगे दोषी 

हालांकि सत्ताधारी जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि सरकार रिमांड होम मामले को गंभीरता से देख रही हैं और दोषियों पर कार्यवाही भी की गई है। किसी भी सूरत में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।

क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि मुंबई की टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की एक टीम ने राज्य के सभी बालिका गृहों का सोशल ऑडिट किया था। टीम ने 26 मई को उसकी रिपोर्ट बिहार सरकार और मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन को भेजी, जिसमें यह मामला सामने आया था। रिपोर्ट के मुताबिक, मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रहने वाली बालिकाओं ने अपने ही संस्थान के लोगों पर यौन शोषण और हिंसा का आरोप लगाया था। ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार यहां रहने वाली लड़कियां नेता से लेकर अधिकारी तक के घरों में भेजी जाती थी।